ৱাচটাৱাৰ অনলাইন লাইব্রেৰী
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অসমীয়া
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  • mwbr21 ছেপ্টেম্বৰ পৃষ্ঠা ১-৯
  • জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ বৰ্ণনা

আপুনি নিৰ্ব্বাচন কৰা বিষয়টোৰ ওপৰত কোনো ভিডিঅ' উপলব্ধ নাই ।

ক্ষমা কৰিব, ভিডিঅ'টো ল'ডিং কৰিব পৰা নাই।

  • জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ বৰ্ণনা
  • আমাৰ খ্ৰীষ্টান জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ বৰ্ণনা—২০২১
  • উপশীৰ্ষক
  • চেপ্টেম্বৰ ৬-১২
  • চেপ্টেম্বৰ ১৩-১৯
  • চেপ্টেম্বৰ ২০-২৬
  • চেপ্টেম্বৰ ২৭–অক্টোবৰ ৩
  • অক্টোবৰ ৪-১০
  • অক্টোবৰ ১১-১৭
  • অক্টোবৰ ১৮-২৪
  • অক্টোবৰ ২৫-৩১
আমাৰ খ্ৰীষ্টান জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ বৰ্ণনা—২০২১
mwbr21 ছেপ্টেম্বৰ পৃষ্ঠা ১-৯

জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ বৰ্ণনা

চেপ্টেম্বৰ ৬-১২

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰপৰা অমূল্য জ্ঞান | দ্বিতীয় বিবৰণ ৩৩-৩৪

“যিহোৱাৰ ‘চিৰস্থায়ী’ হাতৰ তলত আশ্ৰয় লওক”

it-২ ৫১

यशूरून

यह नाम इसराएल राष्ट्र के सम्मान में उसे दिया गया था। यूनानी सेप्टुआजेंट में “यशूरून” शब्द का अनुवाद “प्यारा” किया गया है। इसका मतलब यह था कि यहोवा इसराएल राष्ट्र से बहुत प्यार करता था। यह नाम इसराएलियों को याद दिलाता था कि यहोवा ने उनके साथ करार किया है। इसलिए उनका फर्ज़ था कि वे सीधे-सच्चे लोग बने रहें यानी अपना चालचलन शुद्ध बनाए रखें।—व्य 33:5, 6; यश 44:2.

rr ১২০, বক্স

अपने पैरों पर उठ खड़े होने के लिए सहारा

यहेजकेल के दिनों से सदियों पहले मूसा ने बताया कि यहोवा के पास न सिर्फ अपने लोगों को बचाने की ताकत है, बल्कि वह ऐसा करना भी चाहता है। मूसा ने लिखा, “परमेश्‍वर मुद्दतों से तेरी पनाह रहा है, उसकी बाँहें तुझे सदा थामे रहेंगी।” (व्यव. 33:27) दुख की घड़ी में अगर हम अपने परमेश्‍वर यहोवा को पुकारें, तो वह अपना हाथ बढ़ाकर हमें थाम लेगा, प्यार से हमें उठाएगा और हमें अपने पैरों पर खड़ा करेगा।—यहे. 37:10.

w১১ ৯/১৫ ১৯ ¶১৬

धीरज से दौड़ते रहिए

16 अब्राहम की तरह मूसा ने अपनी ज़िंदगी में परमेश्‍वर के वादे को पूरा होते हुए नहीं देखा। जब इसराएली वादा किए देश में जाने ही वाले थे तब मूसा को कहा गया: “वह देश जो मैं इस्राएलियों को देता हूं, तू अपने साम्हने देख लेगा, परन्तु वहां जाने न पाएगा।” ऐसा इसलिए कहा गया क्योंकि इससे पहले वह और हारून लोगों के ज़िद्दी रवैये से इस हद तक आपा खो बैठे कि “कादेश के मरीबा नाम सोते पर,” “इस्राएलियों के मध्य में” “दोनों ने [परमेश्‍वर का] अपराध किया।” (व्यव. 32:51, 52) क्या मूसा वादा किए देश में दाखिल न होने की बात से हद-से-ज़्यादा दुखी हो गया? नहीं। उसने लोगों को आशीष दी और अपनी बात इन शब्दों से खत्म की: “हे इस्राएल, तू क्या ही धन्य है! हे यहोवा से उद्धार पाई हुई प्रजा, तेरे तुल्य कौन है? वह तो तेरी सहायता के लिये ढाल, और तेरे प्रताप के लिये तलवार है।”—व्यव. 33:29.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

it-২ ৪৩৯ ¶৩

মোচি

যিহোৱাই হয়তো এইদৰে কৰাৰ কাৰণ হৈছে যাতে লোকসকলে মোচিৰ মৈদামত মন্দিৰ সাজি মিছা উপাসনা নকৰে। চয়তানে হয়তো মিছা উপাসনা কৰোৱাবলৈ মোচিৰ মৃতদেহটো পাবলৈ চেষ্টা কৰিছিল। এয়া আমি যিহূদাই লিখা কথাৰপৰা জানিব পাৰোঁ। তেওঁ এইদৰে কৈছিল, “প্ৰধান স্বৰ্গদূত মীখায়েলে, যেতিয়া মোচিৰ শৰীৰৰ বিষয়ে চয়তানৰ লগত বাদানুবাদ কৰি বাগযুদ্ধ কৰিলে, তেতিয়া তাৰ বিৰুদ্ধে তেওঁ নিন্দাযুক্ত নিষ্পত্তি কৰিবলৈ সাহ নাপাই, ‘প্ৰভুৱে তোমাক ভৰ্ৎসনা কৰক,’ এই কথা মাথোন কলে।”—যিহূ ৯.

চেপ্টেম্বৰ ১৩-১৯

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰপৰা অমূল্য জ্ঞান | যিহোচূৱা ১-২

“সফলতা লাভ কৰিবলৈ কি কৰা উচিত?”

w১৩ ১/১৫ ৮ ¶৭

हिम्मत से काम लीजिए—यहोवा आपके साथ है!

7 हमें परमेश्‍वर के वचन का अध्ययन करना होगा और उसे लागू करना होगा तभी हम उसकी मरज़ी पूरी करने के लिए ज़रूरी हिम्मत पाएँगे। यही सलाह यहोशू को भी दी गयी थी, जब उसे मूसा के बाद इसराएलियों का अगुवा ठहराया गया था। यहोशू को यह बताया गया था, “तू हियाव बान्धकर और बहुत दृढ़ होकर जो व्यवस्था मेरे दास मूसा ने तुझे दी है उन सब के अनुसार करने में चौकसी करना . . . व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सुफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा।” (यहो. 1:7, 8) यहोशू ने यह सलाह मानी और उसके ‘सब काम सफल’ हुए। अगर हम ऐसा करें तो हमें भी परमेश्‍वर की सेवा करने के लिए और भी हिम्मत मिलेगी और हम कामयाब होंगे।

w১৩ ১/১৫ ১১ ¶২০

हिम्मत से काम लीजिए—यहोवा आपके साथ है!

20 मुश्‍किलों से भरी इस दुष्ट दुनिया में हम पर आए दिन कोई-न-कोई परीक्षा आती है इसलिए परमेश्‍वर की बतायी राह पर चलना हमेशा आसान नहीं होता। लेकिन इस राह पर चलते रहने के लिए हमारे पास काफी मदद हाज़िर है। हमारा परमेश्‍वर हमारे साथ है। उसका बेटा यीशु भी हमारी मदद करता है जो मसीही मंडली का मुखिया है। उनके अलावा, दुनिया-भर में रहनेवाले सत्तर लाख से ज़्यादा मसीही भाई-बहन हमारे साथ हैं। आइए हम सब मिलकर अपना विश्‍वास दिखाते रहें और सन्‌ 2013 का यह सालाना वचन हमेशा मन में रखकर खुशखबरी सुनाने का काम करते रहें, ‘हिम्मत से काम ले और हौसला रख। तेरा परमेश्‍वर यहोवा तेरे साथ है।’—यहो. 1:9.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w০৫ ১/১ ২৯ ¶১

যিহোচূৱা কিতাপৰ আলোকপাত

২:৪, ৫—সেই দুজন ইস্ৰায়েলী গুপ্তচৰক বিচাৰি ফুৰা ৰজাৰ সৈনিকক ৰাহাবে কিয় বিপথে পৰিচালিত কৰিলে? ৰাহাবে নিজৰ জীৱন বিপদপন্ন কৰি সেই দুজন গুপ্তচৰক এইবাবে ৰক্ষা কৰিলে, কিয়নো তাই যিহোৱা ঈশ্বৰক বিশ্বাস কৰিব ধৰিলে। গতিকে যিহোৱাৰ সেই দুজন লোকৰ অনিষ্ট সাধিব বিচাৰি ফুৰা সৈনিকক তেওঁলোকৰ বিষয়ে সংবাদ নিদিয়াত তাইৰ কোনো বাধ্য-বাধকতা নাছিল। (মথি ৭:৬; ২১:২৩-২৭; যোহন ৭:৩-১০) প্ৰকৃততে ৰাহাবে ৰজাৰ সৈনিকক বিপথে পৰিচালিত কৰাৰ স্বত্ত্বেও, তাই ‘কৰ্ম্মৰ দ্বাৰাই ধাৰ্ম্মিক বুলি গণিত হʼল।’—যাকোব ২:২৪-২৬.

চেপ্টেম্বৰ ২০-২৬

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰপৰা অমূল্য জ্ঞান | যিহোচূৱা ৩-৫

“বিশ্বাসী হৈ যিহোৱাৰ আশীৰ্বাদ লাভ কৰক”

it-২ ১০৫

यरदन

यरदन नदी का जो हिस्सा गलील झील के नीचे की तरफ है वह 3 से 10 फुट गहरा और करीब 90 से 100 फुट चौड़ा होता है। मगर वसंत के मौसम में यरदन के किनारे पानी उमड़ने लगता है और यह नदी और भी गहरी और चौड़ी हो जाती है। (यह 3:15) ऐसे वक्‍त में यरदन नदी पार करने से इसराएलियों की जान को खतरा हो सकता था। इसराएलियों में बहुत-सी औरतें और बच्चे भी थे, इसलिए नदी पार करना आसान नहीं होता। खासकर यरीहो के पास खतरा और भी ज़्यादा था। वहाँ नदी का पानी आज भी बहुत तेज़ बहता है। आज के ज़माने में जब वहाँ कुछ लोग नहाने गए, तो वे पानी की तेज़ धारा में बहकर मर गए। लेकिन इसराएलियों के ज़माने में यहोवा ने चमत्कार से पानी को बहने से रोक दिया, इसलिए वे उसे पार करके सूखी ज़मीन पर सही-सलामत पहुँच गए।—यह 3:14-17.

w১৩ ৯/১৫ ১৬ ¶১৭

यहोवा की चितौनियों को अपने हृदय के हर्ष का कारण बनाइए

17 विश्‍वास के ये काम यहोवा पर हमारा भरोसा कैसे मज़बूत करते हैं? ज़रा सोचिए कि उस वक्‍त क्या हुआ था जब इसराएलियों का वादा किए गए देश में कदम रखने का वक्‍त आया। यहोवा ने वाचा का संदूक उठानेवाले याजकों को निर्देश दिया था कि वे यरदन नदी के बीचों-बीच जाकर खड़े हो जाएँ। लेकिन, जब लोग नदी के पास आए, तो उन्होंने देखा कि सावन की बारिश की वजह से नदी लबालब भरी है और पानी तेज़ी से बह रहा है। अब इसराएली क्या करते? क्या वे नदी किनारे डेरा डालकर हफ्तों इंतज़ार करते, जब तक कि पानी कम नहीं हो जाता? नहीं, इसके बजाय उन्होंने यहोवा पर पूरा भरोसा रखा और उसके निर्देशों को माना। इसका क्या नतीजा हुआ? वाकया बताता है, ‘जब याजकों के पैर तट के जल में पड़े, तब ऐसा हुआ कि जलधारा थम गई।’ इसके बाद, ‘याजक यरदन के बीचोंबीच सूखी भूमि पर स्थिर खड़े रहे और समस्त इस्राएल सूखी भूमि पर से पार हुआ।’ (यहो. 3:12-17, अ न्यू हिंदी ट्रांस्लेशन) ज़रा कल्पना कीजिए कि तेज़ी से बहते हुए पानी को थमते देख इसराएलियों में क्या ही खुशी की लहर दौड़ गयी होगी! वाकई, इसराएलियों का परमेश्‍वर पर भरोसा कितना बढ़ा होगा, क्योंकि उन्होंने उसके निर्देशों को माना।

w১৩ ৯/১৫ ১৬ ¶১৮

यहोवा की चितौनियों को अपने हृदय के हर्ष का कारण बनाइए

18 यह सच है कि यहोवा आज अपने लोगों की खातिर ऐसे चमत्कार नहीं करता। लेकिन जब हम यहोवा पर विश्‍वास दिखाते हैं और उसके निर्देश मानते हैं, तो वह हमें आशीष ज़रूर देता है। परमेश्‍वर की पवित्र शक्‍ति हमें हिम्मत देती है ताकि हम दुनिया-भर में राज के संदेश का प्रचार कर सकें। और यहोवा के खास गवाह, जी उठाए गए यीशु मसीह ने अपने चेलों को यकीन दिलाया कि इस ज़रूरी काम में वह उनका साथ देगा। उसने कहा: “जाओ और सब राष्ट्रों के लोगों को मेरा चेला बनना सिखाओ।” उसने यह भी कहा: “मैं दुनिया की व्यवस्था के आखिरी वक्‍त तक हमेशा तुम्हारे साथ हूँ।” (मत्ती 28:19, 20) बहुत-से साक्षी जो शायद दूसरों से बात करते वक्‍त शर्माते या घबराते थे, उन्होंने अनुभव किया है कि परमेश्‍वर की पवित्र शक्‍ति ने उन्हें इतनी हिम्मत दी है कि वे प्रचार में बिना डरे अजनबियों से बात कर पाते हैं।—भजन 119:46; 2 कुरिंथियों 4:7 पढ़िए।

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w০৫ ১/১ ২৯ ¶২

যিহোচূৱা কিতাপৰ আলোকপাত

৫:১৪, ১৫—“যিহোৱাৰ বাহিনীবিলাকৰ সেনাপতি” কোন আছিল? যিহোচূৱাক প্ৰতিজ্ঞাত দেশখন জয় কৰিবলৈ উৎসাহিত কৰা সেই সেনাপতিজন “বাক্য” অৰ্থাৎ মানৱপূৰ্বে অস্তিত্বত থকা যীচুৰ বাহিৰে আন কোনো হʼব নোৱাৰে। (যোহন ১:১; দানিয়েল ১০:১৩) এতেকে বৰ্তমান সময়ত যিহোৱাৰ লোকসকলে আধ্যাত্মিক যুদ্ধত ভাগ লোৱাৰ সময়ত যীচু খ্ৰীষ্টৰ মহিমান্বিতৰ আশ্বাস পোৱাটা বাস্তৱতে এক শক্তিশালী বিষয় নহয়নে বাৰু!

চেপ্টেম্বৰ ২৭–অক্টোবৰ ৩

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰপৰা অমূল্য জ্ঞান | যিহোচূৱা ৬-৭

“মূল্য নথকা বস্তুৰপৰা আঁতৰি থাকক”

w১০ ৪/১৫ ২০ ¶৫

व्यर्थ की चीज़ों से अपनी आँखें हटा दो!

5 इसके सदियों बाद आकान नाम का एक इसराएली अपनी आँखों के धोखे में आ गया। इसलिए उसने यरीहो शहर की कुछ चीज़ें चुरा लीं। परमेश्‍वर ने इसराएलियों को आज्ञा दी थी कि उस शहर पर हमला करने के बाद वे वहाँ की सारी चीज़ें नाश कर दें और सिर्फ उन चीज़ों को छोड़ दें जो यहोवा के खज़ाने के लिए दी जानी थीं। उन्हें यह चेतावनी दी गयी थी: “तुम अर्पण की हुई वस्तुओं से सावधानी से अपने आप को अलग रखो, ऐसा न हो कि . . . उसी अर्पण की वस्तु में कुछ ले लो।” लेकिन आकान ने यह बात नहीं मानी, इसलिए जब इसराएलियों ने ऐ शहर पर हमला किया तो वे हार गए और बहुत-से इसराएली मारे गए। आकान ने अपना जुर्म तब तक कबूल नहीं किया जब तक कि इसका खुलासा नहीं किया गया। उसने कहा कि वे चीज़ें ‘जब मुझे दिखायी पड़ीं, तब मैं ने उनका लालच करके उन्हें रख लिया।’ अंजाम, उसकी आँखों की चाहत ने उसे और “जो कुछ उसका था” वह सब खाक में मिला दिया। (यहो. 6:18, 19; 7:1-26) आकान ने उन्हीं चीज़ों का लालच किया जिनकी मनाही थी।

w৯৭ ৮/১৫ ২৮ ¶৩

जो बुरा है उसकी रिपोर्ट क्यों करें?

पाप की रिपोर्ट करने का एक कारण यह है कि यह कलीसिया की शुद्धता बनाए रखने के लिए कार्य करता है। यहोवा एक शुद्ध परमेश्‍वर, एक पवित्र परमेश्‍वर है। उसकी माँग है कि वे सभी जो उसकी उपासना करते हैं, आध्यात्मिक व नैतिक रूप से शुद्ध हों। उसका प्रेरित वचन सलाह देता है: “आज्ञाकारी बालकों की नाईं अपनी अज्ञानता के समय की पुरानी अभिलाषाओं के सदृश न बनो। पर जैसा तुम्हारा बुलानेवाला पवित्र है, वैसे ही तुम भी अपने सारे चालचलन में पवित्र बनो। क्योंकि लिखा है, कि पवित्र बनो, क्योंकि मैं पवित्र हूं।” (1 पतरस 1:14-16) ऐसे व्यक्‍ति जो अशुद्ध काम या पाप करते रहते हैं, वे कलीसिया को मलीन कर देते हैं और पूरी कलीसिया पर यहोवा की नाराज़गी ला सकते हैं यदि इसे सुधारने या हटाने के लिए कार्यवाही नहीं की जाती है।—यहोशू, अध्याय 7 से तुलना कीजिए।

w১০ ৪/১৫ ২১ ¶৮

व्यर्थ की चीज़ों से अपनी आँखें हटा दो!

8 सच्चे मसीही भी आँखों और शरीर की ख्वाहिशों के असर से अछूते नहीं हैं। इसलिए परमेश्‍वर का वचन हमें इस मामले में खुद को अनुशासित करने का बढ़ावा देता है कि हम अपनी आँखों से क्या देखते हैं और कैसी बातों की चाहत रखते हैं। (1 कुरिं. 9:25, 27; 1 यूहन्‍ना 2:15-17 पढ़िए।) अय्यूब, जो एक खरा इंसान था, वह अच्छी तरह जानता था कि हमारी आँखों का दिल से गहरा संबंध है, यानी जब कोई चीज़ हमारी आँखों को भा जाती है तो उसे पाने की चाहत दिल में ज़ोर पकड़ने लगती है। इसलिए अय्यूब ने कहा: “मैं ने अपनी आंखों के विषय वाचा बान्धी है, फिर मैं किसी कुंवारी पर क्योंकर आंखें लगाऊं?” (अय्यू. 31:1) अय्यूब ने किसी स्त्री को गलत इरादे से कभी नहीं छुआ, उसने तो यहाँ तक ठान लिया था कि वह अपने मन में ऐसा खयाल तक पनपने नहीं देगा। यीशु ने ज़ोर देकर बताया कि अपने मन को शुद्ध रखने के लिए ज़रूरी है कि हम अनैतिक विचारों को कोई जगह न दें। उसने कहा: “हर वह आदमी जो किसी स्त्री को ऐसी नज़र से देखता रहता है जिससे उसके मन में स्त्री के लिए वासना पैदा हो, वह अपने दिल में उस स्त्री के साथ व्यभिचार कर चुका।”—मत्ती 5:28.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w১৫ ১১/১৫ ১৩ ¶২-৩

পাঠকসকলৰ প্ৰশ্ন

প্ৰাচীন সময়ত শত্ৰুসকলে জয়লাভ কৰিবলৈ নগৰৰ চাৰিওফালে আৱৰি ধৰিছিল। যদি তেওঁলোকে নগৰখন আৱৰি ধৰে, তেনেহʼলে নগৰৰ লোকসকলে জমা কৰি ৰখা সকলো আহাৰ শেষ হৈ পৰিছিল। তাৰ পাছত সৈন্যসকলে নগৰখনক আক্ৰমণ কৰি সকলো বস্তু আৰু শস্য লৈ গৈছিল। পলেষ্টিয়াবিলাকৰ নগৰত ঠিক এনেধৰণে আক্ৰমণ হৈছিল। সেইবাবে, যেতিয়া এই নগৰৰ ধ্বংসাৱশেষত অনুসন্ধান কৰা হৈছিল, তেতিয়া তাত খোৱা বস্তু একেবাৰে কম পোৱা গৈছিল। কিন্তু যেতিয়া যিৰীহোৰ ধ্বংসাৱশেষত অনুসন্ধান কৰা হৈছিল, তেতিয়া তাত বহুতো শস্য পোৱা গৈছিল। ইয়াৰ বিষয়ে বিবলিকেল আৰ্কিয়ʼলজী ৰিভিও নামৰ কিতাপখনে এইদৰে কৈছে: “ধ্বংস হোৱা বস্তুবোৰৰ ভিতৰত মাটিৰ বাচনো আছিল। ইয়াৰ উপৰিও সকলোতকৈ বেছি শস্য পোৱা গৈছিল। পলিষ্টি ইতিহাসৰ অনুসন্ধানৰপৰা বুজিব পাৰি যে এয়া বৰ আচৰিত বিষয় হয়। শস্যেৰে ভৰা এটা বা দুটা কলহ পোৱাটো সাধাৰণ কথা হয়। কিন্তু ইমান অতিমাত্ৰাত শস্য পোৱাটো ডাঙৰ কথা হয়।”

বাইবেলত কোৱা হৈছে যে ইস্ৰায়েলী সৈন্যসকলে যিৰীহো নগৰৰ শস্যবোৰ লৈ যোৱা নাছিল। কাৰণ এইদৰে কৰিবলৈ যিহোৱা ঈশ্বৰে মানা কৰিছিল। (যিহো ৬:১৭, ১৮) ইস্ৰায়েলীসকলে যেতিয়া যিৰীহো নগৰক আক্ৰমণ কৰিছিল, তেতিয়া বসন্ত ঋতু আছিল। এই ঋতু শস্য দোৱাৰ পাছত আহিছিল। (যিহো ৩:১৫-১৭; ৫:১০) সেইবাবে, আমি কʼব পাৰোঁ যে ইস্ৰায়েলীসকলে যেতিয়া যিৰীহো নগৰক আৱৰি ধৰিছিল, সেইসময়ত তাত বহুতো শস্য আছিল। গতিকে ইয়াৰপৰা স্পষ্ট হয় যে ইস্ৰায়েলীসকলে খুব কম সময়লৈকে যিৰীহো নগৰখনক আৱৰি ধৰিছিল।

অক্টোবৰ ৪-১০

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰপৰা অমূল্য জ্ঞান | যিহোচূৱা ৮-৯

“গিবিয়োনীয়াবিলাকৰ ঘটনাৰপৰা শিক্ষা”

it-১ ৯৩০-৯৩১

गिबोन

यहोशू के दिनों में। यहोशू के दिनों में गिबोनी लोग सात कनानी जातियों में से एक थे। यहोवा ने इन सबका नाश करने की आज्ञा दी थी। (व्य 7:1, 2; यह 9:3-7) मगर गिबोनी लोग बाकी कनानी जातियों से अलग थे। वे समझ गए कि वे इसराएलियों को हरा नहीं सकते, क्योंकि यहोवा उनकी तरफ से लड़ रहा था। गिबोनी लोगों के पास बहुत बड़ी सेना थी और उनका शहर भी बहुत बड़ा और मज़बूत था, फिर भी उन्होंने मान लिया कि वे इसराएलियों का मुकाबला नहीं कर सकते। इसलिए ऐ और यरीहो के नाश के बाद उन्होंने अपने कुछ आदमियों को यहोशू के पास भेजा ताकि वे उससे बिनती करें कि वे गिबोनी जाति का नाश न करें। गिबोनी आदमी फटे-पुराने कपड़े और जूते पहनकर गए और अपने साथ फटी हुई पुरानी मशकें और सूखी भुरभुरी रोटियाँ ले गए ताकि ऐसा लगे कि वे किसी दूर देश से आए हैं। उन्हें देखने पर ऐसा लगा जैसे वे वादा किए गए देश के बाहर से आए हैं और सात कनानी जातियों में से नहीं हैं। उन्होंने यहोशू के सामने माना कि मिस्र और अमोरी राजा सीहोन और ओग के साथ जो भी हुआ वह यहोवा की वजह से था। मगर उन्होंने यरीहो और ऐ के नाश की बात नहीं की ताकि यहोशू को शक न हो कि अगर वे “दूर देश” से आए हैं, तो उन्हें सीहोन और ओग के बारे में कैसे पता चला क्योंकि यह खबर दूर देश तक पहुँचने में काफी समय लगता।—यह 9:3-15.

w১১ ১১/১৫ ৮ ¶১৪

“अपनी समझ का सहारा न लेना”

14 असिद्ध होने की वजह से हम सबको, जी हाँ अनुभवी प्राचीनों को भी, इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि फैसले लेते वक्‍त मार्गदर्शन के लिए यहोवा की ओर देखें। ध्यान दीजिए कि मूसा के बाद अगुवाई लेनेवाले यहोशू और इसराएल के दूसरे बुज़ुर्गों ने तब क्या किया जब चालाक गिबोनियों ने भेष बदलकर किसी दूर देश से आने का ढोंग किया। यहोशू और उसके साथियों ने यहोवा से पूछे बिना उनके साथ शांति की वाचा बाँधी। हालाँकि बाद में यहोवा ने उनके इस फैसले को कबूल किया और उनका साथ दिया लेकिन उन्होंने फैसला लेने से पहले यहोवा से ना पूछने की जो भूल की थी, उसे भी यहोवा ने शास्त्र में दर्ज़ करवाया।—यहो. 9:3-6, 14, 15.

w০৪ ১১/১ ১৬ ¶১৪

‘এই দেশ ফুৰা’

১৪ তেওঁলোকে নিজৰ পৰিচয় এনেদৰে দিছিল: “আপোনাৰ ঈশ্বৰ যিহোৱাৰ নাম শুনি আপোনাৰ বন্দীবোৰ বহুত দূৰ দেশৰ পৰা আহিছোঁ।” (যিহোচূৱা ৯:৩-৯) তেওঁলোকৰ সাজ-পোছাক আৰু লগত অনা খাদ্য-সামগ্ৰীয়ে দেখুৱাইছিল যে তেওঁলোকে বহু দূৰ দেশৰ পৰা আহিছে। কিন্তু প্ৰকৃততে তেওঁলোক মাত্ৰ ৩০ কিলোমিটাৰ দূৰত অৱস্থিত থকা গিবোনৰ পৰাহে আহিছিল। [১৯] তেওঁলোকৰ কথাত বিশ্বাস কৰি যিহোচূৱা আৰু তেওঁৰ সেনাধ্যক্ষসকলে গিবিয়োনীয়াৰ সৈতে শান্তিৰ সন্ধি স্থাপন কৰিলে। গিবিয়োনীয়াসকলে কেৱল মৃত্যুদণ্ডৰ পৰা ৰক্ষা পাবলৈ তেনে ধৰণৰ পদক্ষেপ লৈছিলনে? নিশ্চয়ে নহয়। প্ৰকৃততে তেওঁলোকে ঈশ্বৰৰ পৰা আশীৰ্ব্বাদ লাভ কৰাৰ উদ্দেশ্যৰেহে তেনে পদক্ষেপ লৈছিল। সেইবাবে যিহোৱায়েও তেওঁলোকক তেওঁৰ “গৃহৰ নিমিত্তে খৰি-কটীয়া আৰু পানী-যোগনিয়াৰ বন্দী-কামৰ” হিচাবে ব্যৱহাৰ কৰিবলৈ অনুমতি দিলে। (যিহোচূৱা ৯:১১-২৭) যিহোৱাৰ গৃহত তেনে নিযুক্তি বহন কৰিবলৈ তেওঁলোক সদায়ে আগ্ৰহকতা হোৱাৰ প্ৰমাণ দিছিল। তেওঁলোকৰ কিছুমান হয়তো নথনীয়া বংশৰ আছিল, যি বাবিলৰ পৰা ঘূৰি আহিছিল আৰু যিৰূচালেম মন্দিৰ নিৰ্মাণ কাৰ্য্যত ভাগ লৈছিল। (ইজ্ৰা ২:১, ২, ৪৩-৫৪; ৮:২০) ঠিক সেইদৰে আমিও তেওঁলোকৰ দৰে যিহোৱাৰ সৈতে শান্তি বজাই ৰাখি যিকোনো নিযুক্তিক আগ্ৰহেৰে কৰা মনোবৃত্তি দেখুৱা উচিত।

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

it-১ ১০৩০

কাঠত আঁৰি দিয়া হৈছিল

ইস্ৰায়েলীসকলক দিয়া নিয়মৰ অনুসৰি এজন অপৰাধীক মৃত্যুদণ্ড দিয়াৰ পাছত কাঠত আঁৰি দিয়া হৈছিল। বিশ্বাস কৰা হৈছিল যে যিজন ব্যক্তিক কাঠত আঁৰি দিয়া হৈছিল, তেওঁ ঈশ্বৰৰপৰা অভিশাপ পাইছে। এইদৰে কৰাৰ যোগেদি আন লোকসকলে বেয়া কাম কৰাৰপৰা আঁতৰি থাকিছিল।

অক্টোবৰ ১১-১৭

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰপৰা অমূল্য জ্ঞান | যিহোচূৱা ১০-১১

“যিহোৱাই ইস্ৰায়েলীসকলৰ ফলীয়া হৈ যুদ্ধ কৰিলে”

it-১ ৫০

अदोनी-सेदेक

अदोनी-सेदेक उन दिनों यरूशलेम का राजा था जब इसराएलियों ने वादा किए गए देश पर हमला किया। जब गिबोनी लोगों ने यहोशू से मेल-मिलाप कर लिया, तो अदोनी-सेदेक को चिंता होने लगी कि कहीं बाकी राज्य भी इसराएलियों की तरफ न हो जाएँ। इसलिए उसने चार राजाओं के साथ मिलकर गिबोनी लोगों से लड़ाई की।

it-১ ১০২০

ओले

यहोवा ने ओले बरसाए। यहोवा ने कभी-कभी अपने वादे पूरा करने और अपनी महा-शक्‍ति दिखाने के लिए ओले बरसाए थे। (निर्ग 9:18-26; भज 78:47, 48; 105:32, 33; 148:1, 8; यश 30:30) वादा किए गए देश में जब पाँच अमोरी राजाओं ने गिबोनी लोगों पर हमला किया और इसराएली युद्ध में गिबोनी लोगों की मदद करने गए, तो यहोवा ने अमोरी लोगों पर बड़े-बड़े ओले बरसाए। ओलों की वजह से मरनेवालों की गिनती युद्ध में मारे गए लोगों से ज़्यादा थी।

w০৫ ১/১ ৩১ ¶১

যিহোচূৱা কিতাপৰ আলোকপাত

১০:১৩—সূৰ্য্য আৰু চন্দ্ৰ স্থিৰ হোৱাতো কেনেকৈ সম্ভৱ? স্বৰ্গ আৰু পৃথিৱী সৃষ্টি কৰা সৃষ্টিকৰ্ত্তা “যিহোৱাৰ জানো কোনো কথা দুঃসাধ্য আছে?” (আদিপুস্তক ১৮:১৪) যদি যিহোৱাই বিচাৰে, তেন্তে পৃথিৱী নিজ কক্ষপথত ঘূৰাত বন্ধ কৰিব পাৰে যাতে সূৰ্য্য আৰু চন্দ্ৰক পৃথিৱীৰ পৰা দৃষ্টি কৰিলে ৰৈ থকা যেনে লাগিব। অথবা সেই সময়ছাৱাত পৃথিৱী আৰু চন্দ্ৰৰ পৰিভ্ৰমণত কোনো বাধা নজন্মোৱাকৈ ৰশ্মি বায়ুৰ পৰা পানীত প্ৰৱেশ কৰি প্ৰতিসৰিত হোৱাৰ দৰে এনে কোনো মাধ্যমেৰে সূৰ্য্য আৰু চন্দ্ৰৰ ৰশ্মি প্ৰতিসৰিত কৰিব পাৰে, যাৰ বাবে এই দুটা জ্যোতিষ্কৰ পৰা একেৰাহে পোহৰ আহি থাকিব। যিয়েই নহওক, মানৱৰ ইতিহাসত “এনে আৰু কোনো দিন হোৱা নাই।”—যিহোচূৱা ১০:১৪.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w০৯ ৩/১৫ ৩২ ¶৫

পাঠকসকলৰ প্ৰশ্ন

এয়া সঁচা যে বাইবেলত কিছুমান পুস্তকৰ বিষয়ে উল্লেখ আছে আৰু তাত দিয়া তথ্যবোৰ ব্যৱহাৰ কৰা হৈছে। কিন্তু ইয়াৰ অৰ্থ এয়া নহয় যে সেই পুস্তকবোৰ ঈশ্বৰৰ প্ৰেৰণাৰে লিখা হৈছিল। প্ৰকৃততে যিবোৰ কিতাপত “আমাৰ ঈশ্বৰৰ বাক্য” লিখা আছে, সেই কিতাপবোৰ যিহোৱা ঈশ্বৰে সুৰক্ষিত কৰি ৰাখিছে আৰু সেইবোৰ “অনন্ত কাললৈকে” থাকিব। (যিচ ৪০:৮) যিহোৱাই বাইবেলৰ ৬৬খন কিতাপত যিমান তথ্যবোৰ উল্লেখ কৰিছে, সেইবোৰ আমাৰ বাবে “সিদ্ধ আৰু সকলো সৎকৰ্ম্মৰ নিমিত্তে সুসজ্জিত” হʼবলৈ যথেষ্ট হয়।—২ তীম ৩:১৬, ১৭.

অক্টোবৰ ১৮-২৪

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰপৰা অমূল্য জ্ঞান | যিহোচূৱা ১২-১৪

“সম্পূৰ্ণ হৃদয়েৰে যিহোৱাৰ কথা মানি চলক”

w০৫ ১/১ ৩২ ¶৩

যিহোচূৱা কিতাপৰ আলোকপাত

১৪:১০-১৩. কালেবৰ বয়স যদিও ৮৫ বছৰ আছিল তেওঁ হিব্ৰোণ অঞ্চলত থকা লোকসকলক বহিষ্কাৰ কৰাৰ এক কঠিন নিযুক্তি সম্পন্ন কৰিলে। সেই অঞ্চলত অসাধাৰণ আকৃতিৰ অনাকীয়া লোকসকল বাস কৰিছিল, কিন্তু যিহোৱাৰ সহায়ত এই অভিজ্ঞতাপূৰ্ণ যুদ্ধাজনে জয় লাভ কৰে আৰু হিব্ৰোণ এখন আশ্ৰয়-নগৰ হৈ পৰে। (যিহোচূৱা ১৫:১৩-১৯; ২১:১১-১৩) কালেবৰ উদাহৰণে আমি পোৱা কোনো কঠিন ঈশ্বৰ-শাসিত নিযুক্তিক সম্পন্ন কৰাত লাজ নকৰি সম্পূৰ্ণ কৰিবলৈ উৎসাহিত কৰে।

w০৬ ১০/১ ১৯ ¶১১

विश्‍वास और परमेश्‍वर के भय के ज़रिए साहसी बनना

11 सच्चा विश्‍वास बढ़ता जाता है। और ऐसा तब होता है, जब हम सच्चाई को अपनी ज़िंदगी में लागू करते हैं, उसके फायदों को ‘चखते’ (फुटनोट) हैं, और ‘देखते’ हैं कि हमें अपनी प्रार्थनाओं का जवाब मिला है। साथ ही, दूसरे तरीकों से हम महसूस करते हैं कि यहोवा हमें ज़िंदगी में राह दिखा रहा है। (भजन 34:8; 1 यूहन्‍ना 5:14, 15) हम इस बात का पूरा यकीन रख सकते हैं कि परमेश्‍वर की भलाई को चखकर यहोशू और कालेब का विश्‍वास और भी मज़बूत हुआ होगा। (यहोशू 23:14) गौर कीजिए कि उन्हें क्या-क्या आशीषें मिलीं: परमेश्‍वर के वादे के मुताबिक, वे दोनों 40 साल तक विराने में भटकने के बाद भी ज़िंदा बचे। (गिनती 14:27-30; 32:11, 12) जब इस्राएल जाति ने कनान देश पर अपना कब्ज़ा करने के लिए छः साल तक लड़ाई की, तो उसमें यहोशू और कालेब ने अहम भूमिका निभायी। आखिरकार, उन दोनों ने लंबी उम्र और अच्छी सेहत का लुत्फ उठाया, यहाँ तक कि उन्हें विरासत में अलग-से ज़मीन भी दी गयी। वाकई, यहोवा अपने वफादार और साहसी सेवकों को क्या ही भरपूर आशीषें देता है!—यहोशू 14:6, 9-14; 19:49, 50; 24:29.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

it-১ ৯০২-৯০৩

গবাল

যিহোৱাই ইস্ৰায়েলীসকলক কৈছিল যে তেওঁলোকে কোনবোৰ দেশ অধিকাৰ কৰিব লাগিব। ইয়াৰ ভিতৰত “গিব্‌লীয়াবিলাকৰ দেশ” আছিল। (যিহো ১৩:১-৫) কিছুমান লোকে কয় যে এই পদত ভুলতে ‘গিব্‌লীয়াবিলাকৰ দেশৰ’ নাম উল্লেখ আছে। কিয়নো গবাল দেশখন ইস্ৰায়েল দেশৰপৰা বহুত দূৰত উত্তৰ ফালে আছিল। (দান দেশৰপৰা প্ৰায় ১০০ কিলোমিটাৰ উত্তৰ ফালে) তেওঁলোকে কয় যে সেইবাবে ইস্ৰায়েলীসকলে গিব্‌লীয়াবিলাকৰ দেশ কেতিয়াও অধিকাৰ কৰা নাছিল। কিছুমান বিদ্বানে কয় যে আৰম্ভণিতে হিব্ৰু ভাষাত এই পদটো হয়তো এইদৰে লিখা আছিল, “লিবানোনৰ ওচৰৰ দেশ” বা “গিব্‌লীয়াবিলাকৰ দেশৰ সীমালৈকে।” পাছত এই শব্দ নাইকিয়া হʼল। আমি মনত ৰখা উচিত যে যিহোচূৱা ১৩:২-৭ পদত যিহোৱাই ইস্ৰায়েলীসকলক কিছুমান দেশ দিবলৈ প্ৰতিজ্ঞা কৰিছিল। কিন্তু ইস্ৰায়েলীসকলে যিহোৱাৰ আজ্ঞা পালন কৰিলেহে, সেই দেশবোৰ পালেহেঁতেন। পাছত হয়তো ইস্ৰায়েলীসকলে যিহোৱাৰ আজ্ঞা উলংঘন কৰাৰ বাবে তেওঁলোকে গিব্‌লীয়াবিলাকৰ দেশ কেতিয়াও অধিকাৰ কৰিব নোৱাৰিলে।—যিহো ২৩:১২, ১৩.

অক্টোবৰ ২৫-৩১

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰপৰা অমূল্য জ্ঞান | যিহোচূৱা ১৫-১৭

“এক বহুমূলীয়া উত্তৰাধিকাৰক ৰক্ষা কৰক”

it-১ ১০৮৩ ¶৩

हेब्रोन

इसराएलियों ने यहोशू के निर्देश में हेब्रोन पर कब्ज़ा कर लिया था, मगर ऐसा मालूम पड़ता है कि उन्होंने उस इलाके की रक्षा करने के लिए वहाँ सैनिक तैनात नहीं किए। शायद इसराएली जब दूसरे इलाकों पर कब्ज़ा करने के लिए वहाँ युद्ध कर रहे थे, तो अनाकी लोगों ने फिर से हेब्रोन पर कब्ज़ा कर लिया। शुरू में हेब्रोन शहर कालेब को विरासत में दिया गया था, इसलिए कालेब को (या कालेब के निर्देश में यहूदा के वंशजों को) वह शहर अनाकी लोगों के हाथ से छुड़ाना था।—यह 11:21-23; 14:12-15; 15:13,14; न्या 1:10.

it-১ ৮৪৮

जबरन मज़दूरी

यहोवा ने इसराएलियों से कहा था कि जब वे वादा किए गए देश में जाएँगे, तो वहाँ से सभी कनानी लोगों को भगा दें और उनका नाश कर दें। मगर इसराएलियों ने यहोवा की बात नहीं मानी। उन्होंने कुछ कनानी लोगों को छोड़ दिया और उन्हें दास बना लिया। इसका अंजाम बहुत बुरा हुआ। कनानी लोगों ने इसराएलियों को झूठे देवताओं की पूजा करने के लिए लुभा लिया।—यह 16:10; न्या 1:28; 2:3, 11, 12.

it-১ ৪০২ ¶৩

कनान

यह सच है कि जब इसराएलियों ने कनानी जातियों का नाश किया, तो उसके बाद भी बहुत-से कनानी लोग बच गए। फिर भी हम कह सकते हैं कि “यहोवा ने इसराएलियों को वह सारा देश दिया, जिसे देने का वादा उसने उनके पुरखों से किया था।” उसने उन्हें “चारों तरफ से चैन दिया” और “इसराएल के घराने से जितने भी बेहतरीन वादे किए थे वे सब-के-सब पूरे हुए, एक भी वादा बिना पूरा हुए नहीं रहा।” (यह 21:43-45) इसराएल देश के चारों तरफ जितने भी दुश्‍मन थे, वे इसराएलियों से डरते थे और जब तक इसराएली यहोवा की बात मानते तब तक उन्हें दुश्‍मनों से कोई खतरा नहीं था। कनानी लोगों के पास युद्ध के बहुत खतरनाक हथियार थे। उनके युद्ध-रथों के पहियों में तलवारें लगी होती थीं। (यह 17:16-18; न्या 4:13) फिर भी यहोवा ने इसराएलियों को भरोसा दिलाया कि जीत उन्हीं की होगी। जब भी इसराएली कनानी लोगों से हारे, तो इसका यह मतलब नहीं था कि यहोवा ने अपना वादा नहीं निभाया। कसूर इसराएलियों का ही था। यहोवा की आज्ञा तोड़ने की वजह से वे हार जाते थे।—गि 14:44, 45; यह 7:1-12.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w১৫ ৭/১৫ ৩২

আপুনি জানেনে?

বাইবেলত কোৱাৰ দৰে প্ৰাচীন ইস্ৰায়েলত সঁচাকৈ ডাঙৰ ডাঙৰ অৰণ্য আছিলনে?

বাইবেলত কোৱা হৈছে যে প্ৰতিজ্ঞা কৰা দেশৰ কিছুমান এলেকাত বহুতো অৰণ্য আছিল আৰু “অধিক” গছ-গছনি আছিল। (১ ৰাজা ১০:২৭; যিহো ১৭:১৫, ১৮) কিন্তু আজি সেই এলেকাবোৰত অৰণ্য নাই। সেইকাৰণে লোকসকলে কয় যে আগতেও তাত অৰণ্য নাছিল।

বাইবেলৰ সময়ছোৱাৰ ইস্ৰায়েলত জীৱন (ইংৰাজী) নামৰ কিতাপখনে এইদৰে কৈছে, “আজিৰ তুলনাত প্ৰাচীন ইস্ৰায়েলত বহুতো অৰণ্য আছিল।” পাহাৰীয়া এলেকাৰ অৰণ্যত বেছিভাগ এলিপʼ পাইন (পাইনাছ হেলেপেনচিচ ), চিৰ-সেউজ অʼক (কুৱেৰকʼচ কেলিপ্ৰিনোচ ) আৰু টেৰেবিন্ত (পিছটাকিয়া পেলেছষ্টিনা ) আদি গছ-গছনি আছিল। ওখ পাহাৰ আৰু ভুমধ্য সাগৰৰ মাজত থকা সৰু-সুৰা পাহাৰীয়া এলেকাত ডিমৰু গছো (ফিকʼছ চাইক’ম’ৰছ ) পোৱা গৈছিল। এই এলেকা চিফেলা নামেৰে জনাজাত।

বাইবেলৰ সময়ছোৱাৰ গছ-গছনি (ইংৰাজী) নামৰ কিতাপখনে কৈছে যে বৰ্তমান সময়ত কিছুমান এলেকাত গছ-গছনিৰ সংখ্যা একেবাৰে কম। এনে পৰিস্থিতি কেনেকৈ হʼল বাৰু? এই কিতাপখনে কৈছে, “লোকসকলে খেতি-বাতি কৰিবলৈ, নিজৰ এলেকাৰ সীমা বঢ়াবলৈ, ঘৰ সাজিবলৈ আৰু জুই জ্বলাবলৈ গছ-গছনি কাটি পেলাইছিল। এইদৰে কৰাৰ বাবে লাহে লাহে গছ-গছনি শেষ হʼবলৈ ধৰিলে।”

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