Inlahen ngam Seksön 7
इस भाग में राजा शाऊल और राजा दाविद की ज़िंदगी की कहानी दी गयी है, यानी करीब 80 साल की घटनाएँ। शाऊल शुरू में नम्र था और परमेश्वर का डर मानता था, पर जल्द ही वह बदल गया और उसने यहोवा की बात माननी छोड़ दी। यहोवा ने उसे ठुकरा दिया और कुछ समय बाद शमूएल से कहा कि वह दाविद का अभिषेक करे जो इसराएल का अगला राजा होगा। शाऊल, दाविद से जलने लगा और उसने कई बार दाविद को मार डालने की कोशिश की। मगर दाविद ने कभी-भी शाऊल से बदला नहीं लिया। शाऊल का बेटा योनातान जानता था कि दाविद को यहोवा ने चुना है, इसलिए वह दाविद का वफादार रहा। दाविद ने कुछ गंभीर पाप किए, मगर जब यहोवा ने उसे सुधारा तो उसने इनकार नहीं किया। अगर आपके बच्चे हैं तो उन्हें समझाइए कि हमें हमेशा यहोवा की आज्ञा माननी चाहिए और उसके वफादार रहने चाहिए। साथ ही, यहोवा ने जिन लोगों को अगुवाई करने के लिए चुना है, हमें उनकी बात माननी चाहिए और उनके वफादार रहना चाहिए।