Vòchtavör ÒNLĀIN LAËPRËRĪ
Vòchtavör
ÒNLĀIN LAËPRËRĪ
Nicobarese
  • PAIPÖL
  • LĪPÖRE
  • MINË MĪTING
  • Hang Chööngö ngam Tēv nā Aprahām nā Sëra
    Haköplö Hī Töpōiṙāi Aṅmat ngam Paipöl
    • अब्राहम और सारा, ऊर छोड़ने के लिए अपना सामान बाँध रहे हैं

      Lesön 8

      Hang Chööngö ngam Tēv nā Aprahām nā Sëra

      बाबेल से कुछ दूरी पर ऊर नाम का एक शहर था। वहाँ के लोग यहोवा की उपासना नहीं करते थे। वे बहुत-से देवताओं की पूजा करते थे। मगर वहाँ एक आदमी था जो सिर्फ यहोवा की उपासना करता था। उसका नाम अब्राहम था।

      यहोवा ने अब्राहम से कहा, ‘तू अपना घर और अपने रिश्‍तेदारों को छोड़कर एक ऐसे देश में जा जो मैं तुझे दिखाऊँगा।’ परमेश्‍वर ने उससे वादा किया, ‘तुझसे एक बड़ा राष्ट्र बनेगा और तेरी वजह से मैं धरती पर रहनेवाले कई लोगों के लिए अच्छे-अच्छे काम करूँगा।’

      अब्राहम नहीं जानता था कि यहोवा उसे कहाँ भेज रहा है, फिर भी उसने यहोवा पर भरोसा रखा। इसलिए अब्राहम, उसकी पत्नी सारा, उसके पिता तिरह और उसके भतीजे लूत ने अपना सामान बाँधा और वे परमेश्‍वर की बात मानकर दूर देश जाने के लिए निकल पड़े।

      लंबे सफर के बाद, अब्राहम और उसका परिवार उस देश में पहुँचा जिसके बारे में यहोवा ने कहा था कि वह उन्हें दिखाएगा। तब अब्राहम 75 साल का था। उस देश का नाम कनान था। वहाँ यहोवा ने अब्राहम से बात की और उससे वादा किया, ‘यह पूरा देश जो तू देख रहा है मैं तेरे बच्चों को दूँगा।’ मगर अब्राहम और सारा बहुत बूढ़े थे और उनका कोई बच्चा नहीं था। तो फिर यहोवा ने अपना वादा कैसे पूरा किया?

      अब्राहम और उसका परिवार कनान देश जा रहे हैं

      “विश्‍वास ही से अब्राहम ने . . . आज्ञा मानी और उस जगह के लिए निकल पड़ा जो उसे विरासत में मिलनेवाली थी। वह नहीं जानता था कि वह कहाँ जा रहा है, फिर भी वह गया।”—इब्रानियों 11:8

      Hang Chööngö ngam Tēv nā Aprahām nā Sëra

      Ranehlö 11:29–12:9; Inlahen 7:2-4; Kalatī 3:6; Heprāi 11:8

  • Unôichrit töṙōl samyeūheu ai öi kūönu
    Haköplö Hī Töpōiṙāi Aṅmat ngam Paipöl
    • स्वर्गदूत अब्राहम से बात कर रहे हैं और सारा तंबू के अंदर से सुन रही है

      Lesön 9

      Unôichrit töṙōl samyeūheu ai öi kūönu

      अब्राहम और सारा की शादी को कई साल हो चुके थे। उन्होंने ऊर में अपना घर छोड़ दिया था जहाँ वे आराम से रहते थे। अब वे एक तंबू में रह रहे थे। फिर भी सारा ने कोई शिकायत नहीं की, क्योंकि उसे यहोवा पर भरोसा था।

      सारा बहुत चाहती थी कि उसका एक बच्चा हो। इसलिए उसने अब्राहम से कहा, ‘अगर मेरी दासी हाजिरा का एक बच्चा होगा तो वह मेरे बच्चे जैसा होगा।’ कुछ समय बाद हाजिरा का एक बेटा हुआ। उसका नाम इश्‍माएल था।

      सारा गर्भवती है

      कई साल बाद जब अब्राहम 99 साल का था और सारा 89 की, तो उनके यहाँ तीन मेहमान आए। अब्राहम ने उनसे कहा कि वे एक पेड़ के नीचे आराम करें और खाना खाएँ। जानते हो वे मेहमान कौन थे? वे स्वर्गदूत थे! उन्होंने अब्राहम से कहा, ‘अगले साल इसी समय तेरी पत्नी सारा के एक बेटा होगा।’ सारा तंबू के अंदर से सुन रही थी। वह यह सोचकर हँसने लगी, ‘मैं तो इतनी बूढ़ी हूँ, मेरे बच्चा कैसे हो सकता है?’

      अगले साल सारा ने एक बेटे को जन्म दिया, ठीक जैसे यहोवा के स्वर्गदूत ने वादा किया था। अब्राहम ने उसका नाम इसहाक रखा जिसका मतलब है “हँसी।”

      जब इसहाक करीब पाँच साल का था तो सारा ने देखा कि इश्‍माएल, इसहाक का मज़ाक उड़ा रहा है। वह अपने बेटे को बचाना चाहती थी, इसलिए उसने अब्राहम से कहा कि वह हाजिरा और इश्‍माएल को घर से दूर भेज दे। अब्राहम ऐसा नहीं करना चाहता था। मगर यहोवा भी इसहाक को बचाना चाहता था, इसलिए उसने अब्राहम से कहा, ‘सारा की बात मान क्योंकि इसहाक के ज़रिए ही मेरे वादे पूरे होंगे। तू इश्‍माएल की चिंता मत कर, मैं उसकी देखभाल करूँगा।’

      सारा इसहाक को पकड़ी हुई है और हाजिरा और इश्‍माएल जा रहे हैं

      “विश्‍वास ही से सारा ने गर्भवती होने की शक्‍ति पायी, . . . क्योंकि उसने माना था कि जिस परमेश्‍वर ने वादा किया है वह विश्‍वासयोग्य है।”—इब्रानियों 11:11

      Intöönö: Asuh ök ahang Sëra ṙô yik ma-ahānga nö in Aprahām? Sitih inlahen ang Yāvē nö laklen Isak?

      Ranehlö 16:1-4, 15, 16; 17:25-27; 18:1-15; 21:1-14; Heprāi 11:11

Ṙô Tarik Līpöre (2014-2025)
Log Out
Log In
  • Nicobarese
  • Söömhang
  • Prifrens
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • Köntisön hī öi Yūs
  • Praivēsī Pòlisī
  • Praivēsī Seting
  • JW.ORG
  • Log In
Söömhang