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  • mwbr23 ছেপ্টেম্বৰ পৃষ্ঠা ১-১৩
  • “জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ” বৰ্ণনা

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  • “জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ” বৰ্ণনা
  • আমাৰ খ্ৰীষ্টান জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ বৰ্ণন—২০২৩
  • উপশীৰ্ষক
  • চেপ্টেম্বৰ ৪-১০
  • চেপ্টেম্বৰ ১১-১৭
  • চেপ্টেম্বৰ ১৮-২৪
  • চেপ্টেম্বৰ ২৫–অক্টোবৰ ১
  • অক্টোবৰ ২-৮
  • অক্টোবৰ ৯-১৫
  • অক্টোবৰ ১৬-২২
  • অক্টোবৰ ২৩-২৯
  • অক্টোবৰ ৩০–নবেম্বৰ ৫
আমাৰ খ্ৰীষ্টান জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ বৰ্ণন—২০২৩
mwbr23 ছেপ্টেম্বৰ পৃষ্ঠা ১-১৩

জীৱন আৰু পৰিচৰ্য্যা সভাৰ বাবে অধ্যয়ন পুস্তিকাৰ বৰ্ণনা

© 2023 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania

চেপ্টেম্বৰ ৪-১০

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইষ্টেৰ ১-২

“ইষ্টেৰৰ দৰে মৰ্য্যদাত থাকক”

w১৭.০১ ২৫ ¶১১

मुश्‍किल हालात में भी आप मर्यादा में रह सकते हैं

11 जब हमारी खूब तारीफ की जाती है, तब भी हमारी परख हो सकती है कि हम मर्यादा में रहते हैं या नहीं। एस्तेर की इसी तरह परख हुई। उसकी बहुत तारीफ की गयी क्योंकि वह फारस की खूबसूरत लड़कियों में से एक थी। पूरे एक साल तक बाकी लड़कियों की तरह उसका रंग-रूप निखारा गया। उसके आस-पास जितनी भी लड़कियाँ थीं उनका ध्यान सिर्फ सँजने-सँवरने पर था, वे किसी भी हाल में राजा का ध्यान अपनी तरफ खींचना चाहती थीं। लेकिन राजा ने एस्तेर को अपनी रानी चुना। क्या इन बातों ने एस्तेर को स्वार्थी बना दिया? नहीं। वह अपनी मर्यादा में रही और प्यार और आदर से पेश आयी।—एस्ते. 2:9, 12, 15, 17.

ia ১৩০ ¶১৫

उसने अपने लोगों को बचाने के लिए कदम उठाया

15 जब वह समय आया कि एस्तेर को राजा के सामने पेश किया जाए, तो वह अपनी खूबसूरती को और निखारने के लिए मनचाही चीज़ें माँग सकती थी। मगर एस्तेर अपनी मर्यादा में रही और हेगे ने उसे जो कुछ दिया उससे ज़्यादा उसने कुछ नहीं माँगा। (एस्ते. 2:15) शायद उसे एहसास था कि वह सिर्फ अपनी खूबसूरती से राजा का दिल नहीं जीत सकती। इसके बजाय, नम्रता और मर्यादा जैसे गुण ज़्यादा अनमोल हैं क्योंकि ये गुण उस दरबार में बहुत कम लोगों में थे। क्या उसकी सोच सही थी?

w১৭.০১ ২৫ ¶১২

मुश्‍किल हालात में भी आप मर्यादा में रह सकते हैं

12 अगर हम मर्यादा में रहते हैं तो हम अपने पहनावे और व्यवहार से दिखाएँगे कि हम दूसरों का और खुद का आदर करते हैं। खुद के बारे में शेखी मारने या दूसरों की नज़रों में छाने के बजाय हमारी कोशिश रहेगी कि हम “शांत और कोमल स्वभाव” के हों। (1 पतरस 3:3, 4 पढ़िए; यिर्म. 9:23, 24) खुद के बारे में हमारा क्या नज़रिया है यह हमारी बोली से और कामों में नज़र आएगा। उदाहरण के लिए, हम शायद दूसरों पर यह जताएँ कि हमारे पास कोई अनोखी ज़िम्मेदारी है, हमारे पास ऐसी जानकारी है जो किसी और के पास नहीं है या ज़िम्मेदार भाइयों से हमारी अच्छी जान-पहचान है। यह भी हो सकता है कि हम किसी ऐसे काम के लिए खुद वाह-वाही लूटें जिसे पूरा करने में असल में दूसरों का भी हाथ था। ज़रा यीशु के बारे में सोचिए। वह इतना बुद्धिमान था कि वह लोगों की नज़रों में छा सकता था। मगर उसने कभी-भी अपनी तरफ से कुछ नहीं कहा बल्कि परमेश्‍वर के वचन का हवाला दिया। वह नहीं चाहता था कि लोग उसकी वाह-वाही करें। उसने हमेशा यही चाहा कि सिर्फ यहोवा की महिमा हो।—यूह. 8:28.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w২২.১১ ৩১ ¶৩-৬

আপুনি জানেনে?

সেই অনুসন্ধানকাৰীসকলে এখন মাটিৰ ফলি পালে যʼত মৰদুকা নামৰ এজন ব্যক্তিৰ বিষয়ে উল্লেখ কৰা আছিল (অসমীয়াত মৰ্দখয়) আৰু তাত কোৱা হৈছিল যে তেওঁ চূচনত এজন অধিকাৰী আছিল আৰু হয়তো হিচাপ-কিতাপ ৰখাৰ কাম কৰিছিল। মন কৰক এই ফলিৰ বিষয়ে সেই এলেকাৰ ইতিহাস বিশেষজ্ঞ আৰ্থৰ ওগনাদে এইদৰে কৈছিল, ‘এতিয়ালৈকে আমি কেৱল বাইবেলতহে মৰ্দখয়ৰ নাম পঢ়িবলৈ পাইছিলোঁ, কিন্তু প্ৰথমবাৰ আমি আন ঠাইতো তেওঁৰ নাম পঢ়িবলৈ পালোঁ।’

পাছত অনুসন্ধানকাৰীসকলে এনে হাজাৰ হাজাৰ ফলি পালে আৰু তাত লিখা কথাবোৰ অনুবাদ কৰা হʼল। উদাহৰণস্বৰূপে, যেতিয়া তেওঁলোকে পৰচে-পʼলিচ চহৰৰ ধ্বংসাৱশেষত খনন কৰিছিল, তেতিয়া তেওঁলোকে নগৰৰ দেৱালৰ ওচৰত ৰাজকীয় মূল্যৱান ৰত্নৰ ধ্বংসাৱশেষত মাটিৰ বহুতো সৰু-সৰু ফলি পালে। এইবোৰ ক্ষয়ৰ্চ প্ৰথমৰ সময়ৰ আছিল আৰু এইবোৰত এলামী ভাষাত কিছুমান কথা লিখা আছে। ইয়াত এনে বহুতো লোকৰ নাম লিখা আছে, যিসকলৰ নাম ইষ্টেৰৰ কিতাপতো পোৱা যায়।

পৰচে-পʼলিচত পোৱা ফলিবোৰত মৰদুকা নামটো বহুতো ঠাইত লিখা আছে। এই ফলিবোৰৰ পৰা জানিব পাৰি যে যেতিয়া ক্ষয়ৰ্চ প্ৰথমে শাসন কৰি আছিল, তেতিয়া মৰদুকা চূচনৰ মহলত এজন শাস্ত্ৰজ্ঞ আছিল। এখন ফলিৰ পৰা এয়াও জানিব পাৰি যে তেওঁ এটা ভাষাৰ পৰা আন এটা ভাষালৈ অনুবাদ কৰিছিল। বাইবেলতো মৰ্দখয়ৰ বিষয়ে ঠিক এইদৰে কোৱা হৈছে। ইষ্টেৰৰ কিতাপখন পঢ়িলে জানিব পাৰি যে তেওঁ ৰজা অহচ্‌বেৰোচৰ (ক্ষয়ৰ্চ প্ৰথম) মহলত এজন দুৱৰী আছিল আৰু তেওঁ কমেও দুটা ভাষা জানিছিল। বাইবেলত এয়াও লিখা আছে যে মৰ্দখয়ে ৰাজদুৱাৰত বহিছিল। (ইষ্টে. ২:১৯, ২১; ৩:৩) ৰাজদুৱাৰ আচলতে এটা ডাঙৰ অট্টালিকা আছিল, যʼত মহলৰ দুৱৰীসকলে কাম কৰিছিল।

পৰচে-পʼলিচৰ ফলিবোৰত যিজন মৰদুকাৰ বিষয়ে কোৱা হৈছে আৰু বাইবেলত যি মৰ্দখয়ৰ বিষয়ে কোৱা হৈছে, সেই দুয়োজনৰ বহুতো কথা মিল আছে। যেনে, তেওঁলোক দুয়োজনে একেটা সময়তে জীয়াই আছিল, একেখন ঠাইতে থাকিছিল, একে ঠাইতে আৰু একেধৰণৰে কাম কৰিছিল। এই সকলো কথাৰ পৰা জানিব পাৰি যে মৰদুকা হয়তো ইষ্টেৰ কিতাপত কোৱা মৰ্দখয়েই আছিল।

চেপ্টেম্বৰ ১১-১৭

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইষ্টেৰ ৩-৫

“যিহোৱাৰ সেৱা মনে-প্ৰাণে কৰিবলৈ আনক সহায় কৰক”

it-২ ৪৩১ ¶৭

मोर्दकै

हामान के आगे झुकने से इनकार करता है: राजा अहश-वेरोश ने हामान को प्रधानमंत्री बनाया और उसने आज्ञा दी कि महल के फाटक पर जितने भी सेवक हैं, वे हामान के आगे झुकें। लेकिन मोर्दकै ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया और इसकी वजह बताते हुए उसने कहा कि वह एक यहूदी है। (एस 3:1-4) बीते समय में इसराएली, राजाओं या बड़े-बड़े अधिकारियों को आदर देने के लिए उनके सामने झुकते थे। (2शम 14:4; 18:28; 1रा 1:16) लेकिन मोर्दकै हामान के आगे नहीं झुका क्योंकि मुमकिन है कि हामान एक अमालेकी था। और अमालेकी लोगों के बारे में यहोवा ने कहा था कि वह ‘पीढ़ी-पीढ़ी तक उनसे युद्ध करता रहेगा।’ (निर्ग 17:16) इसलिए मोर्दकै के लिए हामान के आगे झुकना कोई राजनैतिक मसला नहीं बल्कि यहोवा के वफादार रहने का मसला था।

it-২ ৪৩১ ¶৯

मोर्दकै

उसके ज़रिए इसराएल बचाया गया: जब मोर्दकै को पता चला कि सभी यहूदियों को मार डालने का आदेश दिया गया है, तो उसने यकीन के साथ एस्तेर से कहा कि उसे रानी इसलिए बनाया गया है ताकि वह यहूदियों को बचा सके। उसने एस्तेर को एहसास दिलाया कि उस पर कितनी बड़ी ज़िम्मेदारी है। उसने उसे राजा से मदद माँगने की हिदायत भी दी। लेकिन राजा से मदद माँगना खतरे से खाली नहीं था। फिर भी एस्तेर ने मोर्दकै की बात मानी।—एस 4:7–5:2.

ia ১৩৩ ¶২২-২৩

उसने अपने लोगों को बचाने के लिए कदम उठाया

22 जब एस्तेर ने यह संदेश सुना तो उसका दिल डूब गया होगा। अब उसके विश्‍वास की सबसे बड़ी परीक्षा होनेवाली थी। वह बहुत डर गयी और यह बात उसने मोर्दकै को साफ बतायी। उसने मोर्दकै को राजा का यह कानून याद दिलाया कि अगर कोई बिन बुलाए राजा के सामने जाएगा तो उसे मौत की सज़ा दी जाएगी। वह सिर्फ तभी बच सकता है अगर राजा उसकी तरफ अपना सोने का राजदंड बढ़ाएगा। एस्तेर के पास यह उम्मीद करने की कोई वजह नहीं थी कि उसके साथ कोई रिआयत की जाएगी। जब रानी वशती को राजा का हुक्म तोड़ने पर सज़ा दी गयी थी, तो एस्तेर को यह कानून तोड़ने पर कैसे बख्शा जाएगा? एस्तेर ने मोर्दकै को बताया कि पिछले 30 दिन से राजा ने उससे मिलने के लिए नहीं बुलाया है! राजा इतने दिनों से उस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, यह देखकर एस्तेर ने सोचा होगा कि कहीं राजा का दिल उससे उठ तो नहीं गया है, क्योंकि वैसे भी उसके मिज़ाज का कोई भरोसा नहीं था।—एस्ते. 4:9-11.

23 एस्तेर का विश्‍वास मज़बूत करने के लिए मोर्दकै ने सख्ती से बताया कि उसे क्या करना चाहिए। उसने पूरे यकीन के साथ कहा कि अगर एस्तेर कुछ नहीं करेगी तो यहूदियों का उद्धार किसी और तरीके से ज़रूर होगा। लेकिन अगर एक बार यहूदियों पर ज़ुल्म शुरू हो जाए तो एस्तेर भी बच नहीं पाएगी। इस तरह मोर्दकै ने दिखाया कि उसे यहोवा पर पक्का विश्‍वास था कि वह अपने लोगों को कभी मिटने नहीं देगा और उसके वादे ज़रूर पूरे होंगे। (यहो. 23:14) फिर मोर्दकै ने एस्तेर से कहा, “क्या पता, तुझे इसी दिन के लिए रानी बनाया गया हो?” (एस्ते. 4:12-14) क्या मोर्दकै हमारे लिए एक बढ़िया मिसाल नहीं? उसे अपने परमेश्‍वर यहोवा पर पूरा भरोसा था। क्या हमें भी भरोसा है?—नीति. 3:5, 6.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

kr ১৬০ ¶১৪

উপাসনা কৰাৰ স্বাধীনতাৰ বাবে যুঁজ

১৪ পুৰণি সময়ৰ ইষ্টেৰ আৰু মৰ্দখয়ৰ দৰে আজি যিহোৱাৰ লোকসকলেও আইনৰ লগত যুঁজ কৰে, যাতে তেওঁলোকে যিহোৱাৰ উপাসনা তেওঁ কোৱাৰ দৰে স্বাধীনতাৰে কৰিব পাৰে। (ইষ্টে ৪:১৩-১৬) আপুনিও ইয়াত সহায় কৰিব পাৰেনে? নিশ্চয় পাৰিব। আপুনি সেই ভাই-ভনীসকলৰ বাবে নিয়মীয়াকৈ প্ৰাৰ্থনা কৰিব পাৰে, যিসকলে আইনৰ হাতত অন্যায় সহন কৰি আছে। আপোনাৰ প্ৰাৰ্থনাৰ পৰা তেওঁলোকে তাড়না সহন কৰিবলৈ সহায় পাব পাৰে। (যাকোব ৫:১৬ পঢ়ক।) যিহোৱাই এনেধৰণৰ প্ৰাৰ্থনাৰ উত্তৰ দিয়েনে? আমি আদালতত বহু বাৰ যি জয়লাভ কৰিলোঁ, তাৰ পৰা প্ৰমাণ হয় যে যিহোৱাই নিশ্চয় আমাৰ প্ৰাৰ্থনাৰ উত্তৰ দিয়ে।—ইব্ৰী ১৩:১৮, ১৯.

চেপ্টেম্বৰ ১৮-২৪

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইষ্টেৰ ৬-৮

“ইষ্টেৰৰ দৰে হওক, ভালদৰে কথা পাতক”

ia ১৪০ ¶১৫-১৬

उसने हिम्मत और बुद्धि से काम लिया

15 जब एस्तेर ने सब्र रखा और राजा से अपनी बात कहने के लिए एक और दिन इंतज़ार किया, तो उस दौरान हामान अपने लिए ही गड्ढा खोदने लगा। और जिस तरह राजा की अचानक नींद उड़ गयी क्या उसके पीछे यहोवा परमेश्‍वर का हाथ नहीं रहा होगा? (नीति. 21:1) इसलिए यह हैरानी की बात नहीं कि बाइबल हमें बढ़ावा देती है कि हम ‘परमेश्‍वर के वक्‍त का इंतज़ार करें।’ (मीका 7:7 पढ़िए।) ऐसा करने से हम पाएँगे कि अपनी समस्याओं के लिए हम जो भी हल सोचते हैं उससे कई गुना बेहतर तरीके से परमेश्‍वर उनका हल करता है।

उसने हिम्मत से बात की

16 एस्तेर नहीं चाहती थी कि राजा के सब्र का बाँध टूट जाए। इसलिए उसने दूसरी दावत में राजा को सबकुछ बताने का फैसला किया। मगर वह यह कैसे करती? खुद राजा ने उसे यह मौका दिया। उसने एक बार फिर एस्तेर से पूछा कि उसकी क्या बिनती है। (एस्ते. 7:2) अब एस्तेर के “बोलने का समय” आ गया।

ia ১৪০-১৪১ ¶১৭

उसने हिम्मत और बुद्धि से काम लिया

17 हम कल्पना कर सकते हैं कि एस्तेर ने पहले मन-ही-मन प्रार्थना की होगी और फिर उसने कहा, “अगर राजा मुझसे खुश है और अगर राजा को यह मंज़ूर हो, तो मेरी बस यही बिनती है कि वह मेरी और मेरे लोगों की जान बचा ले।” (एस्ते. 7:3) गौर कीजिए कि उसने राजा को यकीन दिलाया कि वह उसके फैसले की इज़्ज़त करती है। देखा आपने, एस्तेर राजा की पहली पत्नी वशती से कितनी अलग थी जिसने जानबूझकर अपने पति का अपमान किया था! (एस्ते. 1:10-12) इसके अलावा, एस्तेर ने राजा से यह नहीं कहा कि उसने हामान पर भरोसा करके कितनी बेवकूफी की है। उसने बस राजा से मिन्‍नत की कि वह उसकी जान बचाए।

ia ১৪১ ¶১৮-১৯

उसने हिम्मत और बुद्धि से काम लिया

18 एस्तेर की यह बिनती सुनकर राजा ज़रूर चौंक गया होगा। किसकी मजाल कि वह रानी को मार डालने की कोशिश करे? एस्तेर ने कहा, “हमें खत्म करने और हमारा वजूद मिटाने के लिए हमें बेच दिया गया है। अगर हमें गुलामी में बेचा जाता तो मैं कुछ न कहती। लेकिन जब हमारे विनाश से खुद राजा को नुकसान होगा तो भला मैं चुप कैसे रह सकती हूँ? इस आफत को रोकना ही होगा।” (एस्ते. 7:4) ध्यान दीजिए कि एस्तेर ने अपनी समस्या के बारे में साफ-साफ बताया। उसने यह भी कहा कि अगर उन्हें सिर्फ गुलामी में बेचने की बात होती तो वह चुप रहती। मगर यह उनकी पूरी-की-पूरी जाति को मिटाने का मसला था जिससे राजा को भारी नुकसान होता, इसलिए वह चुप नहीं रह सकी।

19 एस्तेर से हम दूसरों को कायल करने के हुनर के बारे में बहुत कुछ सीखते हैं। अगर आपको किसी गंभीर समस्या के बारे में अपने किसी अज़ीज़ को या अधिकारी को बताना पड़े तो सब्र रखिए, आदर से पेश आइए और सबकुछ साफ-साफ बताइए।—नीति. 16:21, 23.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w০৬ ৩/১ ১১ ¶১

ইষ্টেৰ কিতাপৰ আলোকপাত

৭:৪—যিহুদীসকলৰ বিনষ্ট হ’লে কেনেকৈ “ৰজাৰ ক্ষতি” হ’লহেঁতেন? ইষ্টেৰে বুদ্ধিমতাৰে ৰজাক এয়া জনালে যে যদি যিহুদীসকলক দাস হিচাপে বেচি দিয়া হয়, তেনেহʼলে তেওঁৰ বহুত লাভ হʼব আৰু এইদৰে কৰি ইষ্টেৰে দেখুৱালে যে তেওঁলোকক মাৰি পেলালে ৰজাৰ কিমান ডাঙৰ লোকচান হʼলহেঁতেনে। হামনে ৰাজভঁৰালত ১০,০০০ ৰূপ দিবলৈ প্ৰতিজ্ঞা কৰিছিল। কিন্তু তেওঁ যিহুদীসকলক দাস হিচাপে বেচি দিবলৈ ষড়যন্ত্ৰ কৰা হʼলে ৰাজভঁৰালে আৰু বেছি ধন পালেহেঁতেন। ইয়াৰ উপৰিও, হামনৰ ষড়যন্ত্ৰক সহযোগ কৰা হʼলে ৰজাই নিজৰ ৰাণীকো হেৰুৱালেহেঁতেন।

চেপ্টেম্বৰ ২৫–অক্টোবৰ ১

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইষ্টেৰ ৯-১০

“তেওঁ লোকসকলৰ লাভৰ বাবে নিজৰ অধিকাৰ ব্যৱহাৰ কৰিলে”

it-২ ৪৩২ ¶২

मोर्दकै

मोर्दकै को हामान की जगह प्रधानमंत्री बनाया गया। राजा ने उसे अपनी मुहरवाली अँगूठी भी दी, जो सरकारी दस्तावेज़ों पर ठप्पा लगाने के लिए इस्तेमाल की जाती थी। इस अधिकार से मोर्दकै ने एक और फरमान जारी किया, जिससे यहूदियों को खुद का बचाव करने का कानूनी अधिकार मिला। इस फरमान के बारे में जानकर यहूदियों ने राहत की साँस ली और वे खुश हुए। इसलिए जब 13 अदार का दिन आया, जब दोनों फरमान लागू किए जाने थे, तो यहूदी तैयार थे। शूशन में राजा की इजाज़त से अगले दिन भी लड़ाई चलती रही। नतीजा, पूरे फारस साम्राज्य में 75,000 से भी ज़्यादा दुश्‍मन मारे गए, जिनमें हामान के 10 बेटे भी शामिल थे। (एस 8:1–9:18) फिर मोर्दकै ने सभी यहूदियों से कहा कि वे अब से हर साल अदार महीने के 14वें और 15वें दिन त्योहार मनाया करें और यह त्योहार ‘पूरीम का त्योहार’ कहलाएगा। इस त्योहार के दौरान उन्हें बड़ी-बड़ी दावतें रखनी थीं, खुशियाँ मनानी थीं, एक-दूसरे को खाने-पीने की चीज़ें भेजनी थीं और गरीबों में खैरात बाँटने थे। पूरे साम्राज्य में राजा के बाद मोर्दकै ही सबसे शक्‍तिशाली आदमी था। वह यहूदियों की सलामती के लिए काम करता रहा और यहूदी भी उसकी इज़्ज़त करते थे।—एस 9:19-22, 27-32; 10:2, 3.

it-২ ৭১৬ ¶৫

पूरीम

क्यों मनाया जाता था? पूरीम का त्योहार इसलिए मनाया जाने लगा ताकि यहोवा का सम्मान हो, क्योंकि उसने अपने लोगों को दुश्‍मनों के हाथ से बचाया था। लेकिन आज यहूदी इस त्योहार को अलग तरीके से मनाते हैं।

cl ১০১-১০২ ¶১২-১৩

अपनी शक्‍ति इस्तेमाल करने में “परमेश्‍वर के समान बनो”

12 यहोवा ने कलीसिया में अगुवाई के लिए ओवरसियरों को ठहराया है। (इब्रानियों 13:17) इन काबिल भाइयों को परमेश्‍वर से मिले अधिकार का इस्तेमाल करके झुंड की ज़रूरी देखभाल करनी चाहिए ताकि उनकी आध्यात्मिक खुशहाली बढ़ती चली जाए। क्या प्राचीनों का पद उन्हें अपने संगी भाई-बहनों पर रोब जमाने का हकदार बनाता है? बिलकुल नहीं! प्राचीनों के लिए ज़रूरी है कि वे कलीसिया में अपनी ज़िम्मेदारी के बारे में संतुलित नज़रिया रखें और नम्र हों। (1 पतरस 5:2, 3) बाइबल ओवरसियरों से कहती है: “परमेश्‍वर की कलीसिया की रखवाली करो, जिसे उसने अपने प्रिय पुत्र के रक्‍त से प्राप्त किया है।” (प्रेरितों 20:28, नयी हिन्दी बाइबिल) यही सबसे बड़ी वजह है कि क्यों झुंड के हर सदस्य के साथ कोमलता से पेश आना ज़रूरी है।

13 इसे समझने के लिए हम यह उदाहरण ले सकते हैं। आपका एक करीबी दोस्त अपनी किसी कीमती चीज़ की देखभाल करने के लिए आपसे कहता है। आप जानते हैं कि आपके दोस्त ने इस चीज़ को बहुत बड़ी कीमत देकर पाया है। तो क्या आप उस अमानत को बहुत संभालकर, हद-से-ज़्यादा एहतियात के साथ नहीं रखेंगे? उसी तरह, परमेश्‍वर ने प्राचीनों को अपनी एक बहुत ही बेशकीमती चीज़ संभालने की ज़िम्मेदारी सौंपी है, वह है: कलीसिया, जिसके सदस्यों की तुलना भेड़ों से की गयी है। (यूहन्‍ना 21:16, 17) यहोवा को अपनी भेड़ें बेहद प्यारी हैं—इतनी प्यारी कि उसने उन्हें अपने एकलौते पुत्र, यीशु मसीह का कीमती लहू देकर मोल लिया है। यहोवा ने अपनी इन भेड़ों के लिए सबसे बड़ी कीमत अदा की है। नम्र प्राचीन इस बात को हमेशा ध्यान में रखकर यहोवा की भेड़ों के साथ प्यार से पेश आते हैं।

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w০৬ ৩/১ ১১ ¶৪

ইষ্টেৰ কিতাপৰ আলোকপাত

৯:১০, ১৫, ১৬—ফৰমানৰ অনুসৰি যিহূদীসকলে লুট কৰাৰ সময়ত শত্ৰুসকলৰ বস্তু লʼব পাৰিলেহেঁতেন কিন্তু কিয় নলʼলে? এইদৰে কৰি যিহূদীসকলে স্পষ্টকৈ দেখুৱালে যে নিজৰ জীৱন বচোৱাটোহে তেওঁলোকৰ উদ্দেশ্য আছিল, আনৰ বস্তু লুট কৰি ধনী হোৱাটো নহয়।

অক্টোবৰ ২-৮

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইয়োব ১-৩

“যিহোৱাক আপুনি কিমান প্ৰেম কৰে দেখুৱাই থাকক”

w১৮.০২ ৬-৭ ¶১৬-১৭

नूह, दानियेल और अय्यूब जैसा विश्‍वास रखिए और आज्ञा मानिए

16 अय्यूब को किन मुश्‍किल हालात का सामना करना पड़ा? अय्यूब “पूरब के रहनेवालों में सबसे बड़ा आदमी था।” (अय्यू. 1:3) उसके पास दौलत और शोहरत थी और लोग उसकी इज़्ज़त करते थे। (अय्यू. 29:7-16) यह उसके लिए एक परीक्षा बन सकती थी। वह खुद को दूसरों से बेहतर समझने लग सकता था और सोच सकता था कि उसे परमेश्‍वर की ज़रूरत नहीं। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। हम यह कैसे जानते हैं? क्योंकि यहोवा ने अय्यूब को ‘अपना सेवक’ बताया और उसके बारे में कहा, “वह एक सीधा-सच्चा इंसान है जिसमें कोई दोष नहीं। वह परमेश्‍वर का डर मानता और बुराई से दूर रहता है।”—अय्यू. 1:8.

17 फिर अचानक अय्यूब की ज़िंदगी पूरी तरह बदल गयी। उसका सबकुछ छिन गया और वह इतना निराश हो गया कि मरना चाहता था। हम जानते हैं कि शैतान ही अय्यूब पर आफतें लाया था। उसने अय्यूब पर झूठा इलज़ाम लगाया कि वह अपने मतलब के लिए यहोवा की सेवा कर रहा है। (अय्यूब 1:9,10 पढ़िए।) यहोवा ने इस इलज़ाम को गंभीरता से लिया। उसने शैतान को दुष्ट और झूठा साबित करने के लिए क्या किया? उसने अय्यूब को यह साबित करने का मौका दिया कि वह वफादार है और उससे प्यार करता है इसलिए उसकी सेवा करता है।

w১৯.০২ ৫ ¶১০

निर्दोष बने रहिए!

10 शैतान ने अय्यूब के बारे में जो सवाल किया, उसका आपसे क्या ताल्लुक है? शैतान आपके बारे में भी दावा करता है कि आपको यहोवा से प्यार नहीं है, अपनी जान बचाने के लिए आप उसकी सेवा करना छोड़ देंगे और आपकी वफादारी बस एक ढोंग है! (अय्यू. 2:4, 5; प्रका. 12:10) यह सुनकर आपको कैसा लगता है? बेशक आपको बहुत बुरा लगता होगा। लेकिन ज़रा इस बात पर सोचिए: यहोवा को आप पर पूरा भरोसा है, इसीलिए वह शैतान को आपकी वफादारी परखने देता है। यहोवा को यकीन है कि आप उसके वफादार रहेंगे और शैतान को झूठा साबित करेंगे। वह आपकी मदद करने का भी वादा करता है। (इब्रा. 13:6) क्या यह आपके लिए सम्मान की बात नहीं कि सारे जहान का मालिक आप पर भरोसा करता है? अब तक हमने देखा कि वफादारी बनाए रखना क्यों ज़रूरी है। इससे हम शैतान के झूठ को गलत साबित कर पाते हैं, अपने पिता यहोवा का नाम बुलंद कर पाते हैं और उसकी हुकूमत का साथ दे पाते हैं। अब सवाल है, निर्दोष और वफादार रहने के लिए हम क्या कर सकते हैं?

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w২১.০৪ ১১ ¶৯

যীচুৰ শেষ বাক্যৰপৰা শিকক

৯ যীচুৱে কি কৈছিল? যীচুৱে মৃত্যুৰ আগমুহূৰ্তত এইদৰে কৈছিল, “হে মোৰ ঈশ্বৰ, হে মোৰ ঈশ্বৰ, কিয় মোক পৰিত্যাগ কৰিলা?” (মথি ২৭:৪৬) যীচুৱে এই বাক্য কিয় কৈছিল তাৰ বিষয়ে বাইবেলত স্পষ্টকৈ উল্লেখ কৰা নাই। কিন্তু তেওঁ যি কৈছিল তাৰপৰা কিছুমান কথা জানিব পাৰি। প্ৰথমতে, এই বাক্যটো কৈ যীচুৱে গীতমালা ২২:১ পদত লিখা ভৱিষ্যতবাণীটো পূৰ কৰিছিল। দ্বিতীয়তে, যিহোৱা ঈশ্বৰে নিজৰ পুত্ৰক ৰক্ষা কৰিবলৈ ‘চাৰিওফালে বেৰা দিয়া নাই।’ (ইয়ো ১:১০) যিহোৱাই যীচুৰ বিশ্বাসৰ পৰীক্ষা কৰিবলৈ তেওঁৰ শত্ৰুসকলক অনুমতি দিছে বুলি যীচুৱে ভালদৰে জানিছিল। যীচুক যিমান পৰীক্ষা কৰা হৈছিল, সিমান আৰু আন কোনো লোকৰ পৰীক্ষা হোৱা নাই। তৃতীয়তে, যীচুৰ কথাৰপৰা এয়াও জানিব পাৰি যে তেওঁ এনে কোনো কাম কৰা নাছিল, যাৰ বাবে তেওঁক মৃত্যুদণ্ড দিয়া হʼব।

অক্টোবৰ ৯-১৫

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইয়োব ৪-৫

“মিছা তথ্যৰ পৰা সাৱধানে থাকক”

it-১ ৭১৩ ¶১১

एलीपज

2. एलीपज, अय्यूब के तीन झूठे दोस्तों में से एक था। (अय 2:11) वह अब्राहम का वंशज था और अय्यूब का दूर का एक रिश्‍तेदार था। वह और उसके वंशज अपनी बुद्धि के बारे में डींगे मारते थे। (यिर्म 49:7) ऐसा लगता है कि अय्यूब के तीन दोस्तों में से एलीपज का सबसे ज़्यादा दबदबा था। वह शायद उम्र में भी सबसे बड़ा था। इसलिए जब उन्होंने तीन बार अय्यूब के साथ बहसबाज़ी की, तो सबसे पहले उसने ही बोला। और उसकी बातें सबसे लंबी थीं।

w০৫ ৯/১৫ ২৬ ¶২

गलत सोच का विरोध कीजिए!

एलीपज अपने साथ हुई एक अलौकिक घटना को याद करते हुए कहता है: “एक आत्मा मेरे साम्हने से होकर चली; और मेरी देह के रोएं खड़े हो गए। वह चुपचाप ठहर गई और मैं उसकी आकृति को पहिचान न सका। परन्तु मेरी आंखों के साम्हने कोई रूप था; पहिले सन्‍नाटा छाया रहा, फिर मुझे एक शब्द सुन पड़ा।” (अय्यूब 4:15, 16) यह आत्मा क्या थी जिसने एलीपज की सोच पर असर किया था? एलीपज ने आगे जो कड़वे शब्द कहे, उनसे पता चलता है कि यह आत्मा परमेश्‍वर का कोई धर्मी स्वर्गदूत हो ही नहीं सकता। (अय्यूब 4:17, 18) दरअसल वह एक दुष्ट आत्मिक प्राणी था। और उसी आत्मिक प्राणी के बहकावे में आकर एलीपज और उसके दोनों साथियों ने यहोवा के बारे में गलत बातें कही थी। यही वजह है कि यहोवा ने उन्हें झिड़का। (अय्यूब 42:7) जी हाँ, एलीपज पर दुष्टात्मा का असर था। उसकी बातों से पता चलता है कि उसकी सोच परमेश्‍वर की सोच के खिलाफ थी।

w১০ ২/১৫ ১৯ ¶৫-৬

शैतान के झूठ का डटकर मुकाबला कीजिए

शैतान ने एलीपज के ज़रिए यह दलील दी कि इंसान कमज़ोर है और परमेश्‍वर का वफादार नहीं रह सकता। एलीपज अय्यूब के तीन दोस्तों में से एक था। उसने इंसानों की बनावट के बारे में कहा कि वे “मिट्टी के घरों में रहते हैं।” फिर उसने अय्यूब से कहा: “[उनकी] नेव मिट्टी में डाली गई है, और जो पतंगे की नाईं पिस जाते हैं, उनकी क्या गणना। वे भोर से सांझ तक नाश किए जाते हैं, वे सदा के लिये मिट जाते हैं, और कोई उनका विचार भी नहीं करता।”—अय्यू. 4:19, 20.

बाइबल की दूसरी आयतों में हमारी तुलना “मिट्टी के बरतनों” से की गयी है जो बहुत नाज़ुक होते हैं। (2 कुरिं. 4:7) हम कमज़ोर हैं क्योंकि हमें आदम से पाप और असिद्धता मिली है। (रोमि. 5:12) अगर हमें अपने हाल पर छोड़ दिया जाए तो हम आसानी से शैतान का निशाना बन सकते हैं। पर मसीही होने के नाते हम अकेले नहीं, यहोवा हमारे साथ है। हममें कमियाँ होने के बावजूद परमेश्‍वर हमें अनमोल समझता है। (यशा. 43:4) इतना ही नहीं, यहोवा अपने माँगनेवालों को पवित्र शक्‍ति देता है। (लूका 11:13) उसकी पवित्र शक्‍ति हमें “वह ताकत” दे सकती है “जो आम इंसानों की ताकत से कहीं बढ़कर है।” इसकी मदद से हम हर उस मुश्‍किल का सामना कर सकते हैं जो शैतान हम पर लाता है। (2 कुरिं. 4:7; फिलि. 4:13) अगर हम “विश्‍वास में मज़बूत रहकर” शैतान का मुकाबला करें, तो परमेश्‍वर हमें शक्‍तिशाली बनाएगा। (1 पत. 5:8-10) इसलिए हमें शैतान से डरने की कोई ज़रूरत नहीं।

mrt ৩২ ¶১৩-১৭

गलत जानकारी से बचकर रहिए!

● जाँचिए कि जानकारी कहाँ से आयी है और उसमें क्या बताया गया है

बाइबल में लिखा है, “सब बातों को परखो।”—1 थिस्सलुनीकियों 5:21

किसी भी जानकारी पर यकीन करने या उसे दूसरों को भेजने से पहले पक्का कीजिए कि वह सच्ची है या नहीं। ऐसा तब भी कीजिए जब वह जानकारी जानी-मानी हो या बार-बार खबरों में दोहरायी जा रही हो। यह आप कैसे कर सकते हैं?

सोचिए कि जानकारी कहाँ से आयी है या फिर वह आपको किसने दी है। क्या आप उस पर भरोसा कर सकते हैं? अलग-अलग मीडियावाले और दूसरे संगठन शायद किसी खबर को इस तरह पेश करें जिससे उन्हें फायदा हो। या फिर हो सकता है कि राजनैतिक मामलों में उनकी जो सोच होती है, उसी के मुताबिक वे वह खबर फैलाएँ। इसलिए एक ही खबर के बारे में अलग-अलग न्यूज़ एजेंसियों ने क्या कहा है, उनकी तुलना करके देखिए। कई बार ऐसा भी हो सकता है कि आपके दोस्त बिना सोचे-समझे कोई गलत जानकारी सबको ईमेल कर दें या उसके बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दें। इसलिए जब तक आप पता नहीं लगा लेते कि जहाँ से या जिससे खबर मिली है वह भरोसे के लायक है या नहीं, तब तक उस पर यकीन मत कीजिए।

यह भी ध्यान रखिए कि जानकारी में क्या बताया गया है। क्या वह ताज़ा-तरीन और सही है? क्या कोई घटना यूँ ही बतायी गयी है या तारीखें दी गयी हैं? क्या बातें हवा में कही गयी हैं या उनका कोई आधार है? क्या उस जानकारी को सच मानने के पक्के सबूत हैं? कुछ ऐसे लेख या वीडियो भी हो सकते हैं जिनमें कोई पेचीदा-सी बात या मसले के बारे में बिना ज़्यादा जानकारी दिए बता दिया गया हो। या कभी-कभी हो सकता है कि जानकारी इस तरह पेश की जाए जिससे लोग भावनाओं में बहकर कुछ कर दें। ऐसी जानकारी से और भी ज़्यादा सावधान रहिए।

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w০৩ ৫/১৫ ২২ ¶৫-৬

দৃঢ় হৈ থাকক আৰু জীৱনৰ দৌৰত জয়লাভ কৰক

সত্য উপাসকসকলৰ বিশ্বজুৰি সংগঠনৰ ভাগ হোৱাটো আমাক থিৰে থাকিবলৈ বহুত সহায় কৰিব পাৰে। বিশ্বজুৰি ভাই-ভনীসকলে থকা এনে এটা সংগঠনৰ ভাগ হোৱাটো সঁচাকৈ বহুত ডাঙৰ আশীৰ্বাদ হয়। (১ পিতৰ ২:১৭) আমিও আমাৰ ভাই-ভনীসকলক দৃঢ় কৰিব পাৰোঁ।

ইয়োবৰ উদাহৰণলৈ মন কৰক তেওঁ কেনেকৈ আনক সহায় কৰিছিল। আনকি তেওঁক মিছা শান্ত্বনা দিয়া ইলীফজে স্বীকাৰ কৰিলে যে “তোমাৰ বাক্যই উজুটি খাই পৰিব খোজা লোককো ধৰি ৰাখিছিল, আৰু তুমি দুৰ্ব্বল আঁঠুক সবল কৰিছিলা।” (ইয়োব ৪:৪) আমি আনক সহায় কৰিব পাৰোঁ নে? নিজৰ আধ্যাত্মিক ভাই-ভনীসকলক সহায় কৰাটো আমাৰ প্ৰতিজনৰে দায়িত্ব যাতে তেওঁলোকে ধৈৰ্য্য ধৰি ঈশ্বৰৰ সেৱা কৰি থাকিব পাৰে। আমি আমাৰ ভাই-ভনীসকলৰ লগত এই পদত কোৱাৰ দৰে ব্যৱহাৰ কৰিব পাৰোঁ: “তোমালোকে দুৰ্ব্বল হাত সবল কৰা, আৰু কঁপা আঁঠু সুস্থিৰ কৰা।” (যিচয়া ৩৫:৩) যেতিয়া আপুনি ভাই-ভনীক লগ কৰে, তেতিয়া কমেও এজন বা দুজন ভাই-ভনীৰ উৎসাহ আৰু সাহস বঢ়াবলৈ লক্ষ্য ৰাখক। (ইব্ৰী ১০:২৪, ২৫) যিহোৱাক আনন্দিত কৰিবলৈ তেওঁলোকে যি পৰিশ্ৰম কৰে তাৰ বাবে যদি আমি তেওঁলোকৰ প্ৰশংসা কৰোঁ আৰু কৃতজ্ঞতা দেখুৱাও তেনেহ’লে ইয়াৰ পৰা তেওঁলোকে জীৱনৰ দৌৰত জয়লাভ কৰিবলৈ সহায় পাব।

অক্টোবৰ ১৬-২২

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইয়োব ৬-৭

“যেতিয়া সমস্যাবোৰ সহ্য কৰাটো কঠিন হৈ পৰে”

w০৬ ৩/১৫ ১৪ ¶৯

अय्यूब किताब की झलकियाँ

7:1; 14:14 (NHT)—“श्रम” या “कठिन सेवा” का क्या मतलब है? अय्यूब अपने दुःख-दर्द से इतना टूट चुका था कि उसकी नज़र में ज़िंदगी एक सख्त मज़दूरी के सिवा कुछ न थी, जिसके श्रम से आदमी पस्त हो जाता है। (अय्यूब 10:17, NW, फुटनोट) दूसरी तरफ, इंसान जब तक शिओल में रहता है, यानी उसकी मौत से उसके पुनरुत्थान के वक्‍त तक, उसे वह वक्‍त कब्र में ही गुज़ारना पड़ता है और उसके लिए दूसरा कोई चारा नहीं होता। इसलिए इस वक्‍त को अय्यूब ने कठिन सेवा कहा।

w২০.১২ ১৬ ¶১

‘খেদিত মন হোৱাবিলাকক যিহোৱাই পৰিত্ৰাণ কৰে’

আমি সকলোৱে কেতিয়াবা কেতিয়াবা নিৰাশ হৈ পৰোঁ। এই ক্ষন্তেকীয়া জীৱনত আমি বহুতো দুখ-কষ্ট ভুগিবলগীয়া হয়। কʼবলৈ গʼলে, আমাৰ জীৱন “দুখেৰে পৰিপূৰ্ণ” হৈ থাকে। (ইয়ো. ১৪:১) প্ৰাচীন সময়তো যিহোৱাৰ বহুতো সেৱকসকলে নিৰাশ হৈ পৰিছিল। কিছুমানে ইমানেই নিৰাশ হৈ পৰিছিল যে তেওঁলোকে মৰিব বিচাৰিছিল। (১ ৰাজা. ১৯:২-৪; ইয়ো. ৩:১-৩, ১১; ৭:১৫, ১৬) কিন্তু নিৰাশাৰ সময়ত যিহোৱাই তেওঁলোকক উৎসাহিত কৰিছিল আৰু সান্ত্বনা দিছিল। ঈশ্বৰৰ ওপৰত তেওঁলোকৰ সম্পূৰ্ণ বিশ্বাস আছিল আৰু ঈশ্বৰে তেওঁলোকক এৰি দিয়া নাছিল। ঈশ্বৰে তেওঁলোকৰ বিষয়ে বাইবেলত উল্লেখ কৰিছে, যাতে তাৰপৰা আমি শিকিব পাৰোঁ আৰু সান্ত্বনা লাভ কৰিব পাৰোঁ।—ৰোম. ১৫:৪.

g ৪/১২ ১৪-১৬ ¶২-৪

जब न हो जीने की आस

चाहे आपके हालात कितने ही बुरे क्यों न हो, एक बात हमेशा याद रखिए कि आप अकेले नहीं हैं। आज लगभग सभी लोग किसी-न-किसी मुश्‍किल से गुज़र रहे हैं। बाइबल कहती है: “सारी सृष्टि . . . एक-साथ कराहती और दर्द से तड़पती रहती है।” (रोमियों 8:22) हो सकता है, आपको लगे कि आपकी मुश्‍किलें पहाड़ जैसी हैं, उनका कोई हल नहीं। मगर अकसर देखा गया है कि वक्‍त के गुज़रते हालात सुधर जाते हैं। लेकिन तब तक, क्या बात आपकी मदद कर सकती है?

किसी समझदार, भरोसेमंद दोस्त को अपनी भावनाएँ बताइए। बाइबल बताती है: “[सच्चा] मित्र सब समयों में प्रेम रखता है, और विपत्ति के दिन भाई बन जाता है।” (नीतिवचन 17:17) बाइबल में अय्यूब नाम के एक नेक आदमी के बारे में बताया गया है। उस पर जब बुरा वक्‍त आया, तो उसने दूसरों को बताया कि वह कैसा महसूस कर रहा है। वह “अपने जीवन से ऊब गया” था और उसने कहा: “मैं जी भर कर अपना दुखड़ा रोऊंगा; मैं अपने मन की कड़ुवाहट में बोलूंगा।” (अय्यूब 10:1, अ न्यू हिंदी ट्रांस्लेशन) किसी भरोसेमंद दोस्त को अपनी भावनाएँ बताने से आप कुछ हद तक इन पर काबू पा सकेंगे। और इससे शायद आप अपनी मुश्‍किलों को एक अलग नज़रिए से देखने लगें।

प्रार्थना में परमेश्‍वर को अपने दिल का सारा हाल कह सुनाइए। कुछ लोगों का मानना है कि प्रार्थना करने से सिर्फ मन का बोझ हलका होता है और कुछ नहीं। मगर बाइबल ऐसा नहीं कहती। इसके उलट, भजन 65:2 में लिखा है कि यहोवा परमेश्‍वर ‘प्रार्थना का सुननेवाला’ है। और 1 पतरस 5:7 कहता है कि “उसे तुम्हारी परवाह है।” बाइबल की कई आयतें बताती हैं कि मुश्‍किलों के दौरान परमेश्‍वर पर भरोसा रखना क्यों ज़रूरी है। मिसाल के लिए:

“तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण करके सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा।”—नीतिवचन 3:5, 6.

“जो [यहोवा] से डरते हैं वह उनकी इच्छा पूरी करेगा; वह उनकी दुहाई भी सुनेगा और उन्हें बचा लेगा।”—भजन 145:19, अ न्यू हिंदी ट्रांस्लेशन।

“हमें परमेश्‍वर के बारे में यह भरोसा है कि हम उसकी मरज़ी के मुताबिक चाहे जो भी माँगें वह हमारी सुनता है।”—1 यूहन्‍ना 5:14.

“यहोवा दुष्टों से दूर रहता है, परन्तु धर्मियों की प्रार्थना सुनता है।”—नीतिवचन 15:29.

अगर आप परमेश्‍वर को अपनी मुश्‍किलों के बारे में बताएँ, तो वह ज़रूर आपकी मदद करेगा। इसीलिए बाइबल आपको बढ़ावा देती है कि “हर समय उस पर भरोसा रखो; उस से अपने अपने मन की बातें खोलकर कहो।”—भजन 62:8.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w২০.০৪ ১৬ ¶১০

শুনক, জানক আৰু সহানুভূতি দেখুৱাওক

১০ আমাৰ ভাই-ভনীসকলৰ পৰিস্থিতিৰ বিষয়ে আমিও বুজা উচিত। নিজৰ ভাই-ভনীসকলক ভালদৰে জানিবলৈ চেষ্টা কৰক। সভাৰ আগত আৰু পাছত তেওঁলোকৰ লগত কথা পাতক, তেওঁলোকৰ লগত প্ৰচাৰ কৰক আৰু পাৰিলে তেওঁলোকক খোৱাৰ বাবে নিমন্ত্ৰণ কৰক। এইদৰে কৰাৰ যোগেদি আপুনি এনে ভাই-ভনীসকলৰ পৰিস্থিতি বুজিব পাৰিব, যিসকলৰ আচাৰ-ব্যৱহাৰ আপোনাক ভাল নালাগে। যদি আপুনি এজনী ভনীৰ বিষয়ে চিন্তা কৰে যে তাই দূৰে দূৰে থাকে, তেনেহʼলে আপুনি তাইৰ লগত কথা পাতিলে বুজি পাব যে তাই প্ৰকৃততে লাজুকীয়া স্বভাৱৰ হয়। আপুনি হয়তো এজন ধনী ভাইৰ বিষয়ে চিন্তা কৰিব পাৰে যে তেওঁ ধন-সম্পত্তি উপাৰ্জন কৰাৰ হেপাঁহ আছে। কিন্তু তেওঁ এজন দানশীল ব্যক্তি। যদি এটা পৰিয়ালে প্ৰায়েই সভালৈ দেৰিকৈ আহে, তেনেহʼলে আপুনি তেওঁলোকৰ লগত কথা পাতিলে জানিব পাৰিব যে তেওঁলোকে কি কি বিৰোধৰ সন্মুখীন হৈছে। (ইয়ো. ৬:২৯) আনক জনাৰ অৰ্থ এইটো নহয় যে আমি তেওঁলোকৰ ব্যক্তিগত “বন” বা কামত বাধা দিয়া। (১ তীম. ৫:১৩) আমাৰ ভাই-ভনীসকলে কেনে পৰিস্থিতিৰ বাবে আজি এনে স্বভাৱ হৈছে, তাৰ বিষয়ে আমি জনা উচিত।

অক্টোবৰ ২৩-২৯

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইয়োব ৮-১০

“যিহোৱাৰ প্ৰকৃত প্ৰেমৰ বাবে আমি চয়তানৰ কথা বিশ্বাস নকৰোঁ”

w১৫ ১০/১ ১০ ¶৩

क्या हम ईश्‍वर को खुश कर सकते हैं?

अय्यूब की ज़िंदगी में एक-के-बाद-एक कई मुश्‍किलें आयीं। उसे लगा कि उसके साथ नाइंसाफी हो रही है। उसे यह गलतफहमी हो गयी थी कि ईश्‍वर को कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह उसका वफादार रहता है या नहीं। (अय्यूब 9:20-22) अय्यूब को इस बात पर इतना यकीन था कि वह नेक है कि लोगों को ऐसा लगा कि वह ईश्‍वर से भी ज़्यादा नेक होने का दावा कर रहा है।—अय्यूब 32:1, 2; 35:1, 2.

w২১.১১ ৬ ¶১৪

যিহোৱাৰ প্ৰকৃত প্ৰেম

১৪ ঈশ্বৰৰ প্ৰকৃত প্ৰেমৰ বাবে তেওঁৰ সেৱকসকলে আধ্যাত্মিকভাৱে সুৰক্ষিত হৈ থাকে। দায়ূদে যিহোৱালৈ প্ৰাৰ্থনা কৰি এইদৰে কৈছিল, “তুমি মোৰ গুপ্তস্থান; তুমি মোক সঙ্কটৰ পৰা উদ্ধাৰ কৰোঁতা; মুক্তিৰ জয়ধ্বনিৰে তুমি মোক আবৰি ৰাখোঁতা। . . . যি জনে যিহোৱাত নিৰ্ভৰ কৰে, সেই জনক দয়াই [প্ৰকৃত প্ৰেমে] আবৰি ৰাখে।” (গীত. ৩২:৭, ১০) প্ৰাচীন সময়ত শত্ৰুসকলৰপৰা সুৰক্ষা পাবলৈ চহৰৰ চাৰিওফালে ওখ ওখ দেৱাল নিৰ্মাণ কৰা হৈছিল। যিহোৱাৰ প্ৰকৃত প্ৰেমো দেৱালৰ নিচিনা হয়। ইয়ে আমাক সুৰক্ষা দিয়ে, যাতে যিহোৱাৰ লগত থকা আমাৰ সম্পৰ্ক নাইকিয়া নহয়। ইয়াৰ উপৰিও প্ৰকৃত প্ৰেমৰ বাবে যিহোৱাই আমাক নিজৰ ফালে আকৰ্ষিত কৰে। সেইবাবে, আমি সুৰক্ষিত থাকিম বুলি বিশ্বাস কৰিব পাৰোঁ।—যিৰি. ৩১:৩.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w১০ ১০/১৫ ৬-৭ ¶১৯-২০

“প্ৰভুৰ মন কোনে জানিলে?”

২০ বাইবেল পঢ়াৰ সময়ত যদি আমি কোনো পদ বুজি নাপাওঁ, বিশেষকৈ যিহোৱাৰ চিন্তাধাৰাৰ বিষয়ে, তেতিয়া আমি কি কৰা উচিত? যদি আমি অনুসন্ধান কৰাৰ পাছতো সন্তোষজনক উত্তৰ নাপাওঁ, তেনেহʼলে এয়া যিহোৱাৰ ওপৰত থকা আমাৰ বিশ্বাসৰ পৰীক্ষা হʼব পাৰে। মনত ৰাখক বহু বাৰ বাইবেলৰ এনে কিছুমান কথাই আমাক যিহোৱাৰ গুণৰ ওপৰত বিশ্বাস দেখুৱাবলৈ সুযোগ দিব পাৰে। আহক আমি এই কথা নম্ৰতাৰে স্বীকাৰ কৰোঁ যে আমি যিহোৱাৰ সকলো কাম বুজিব নোৱাৰোঁ। (উপ. ১১:৫) সেইবাবে, আমি পাঁচনি পৌলৰ এই কথাত সন্মত হʼম, “ঈশ্বৰৰ জ্ঞান আৰু বুদ্ধিৰূপ ধন কেনে দ! তেওঁৰ বিচাৰবোৰ বোধৰ কেনে অগম্য! আৰু তেওঁৰ পথ অনুসন্ধান কৰা কেনে অসাধ্য! কিয়নো প্ৰভুৰ মন কোনে জানিলে? আৰু তেওঁৰ মন্ত্ৰীয়েই বা কোন হল? নতুবা কোনে তেওঁক আগেয়ে দিলে যে, তাৰ নিমিত্তে তেওঁক প্ৰতিদান কৰিব লাগে? কিয়নো সকলো বস্তু তেওঁৰ পৰা, তেওঁৰ দ্বাৰাই, আৰু তেওঁৰ নিমিত্তেই হয়; তেওঁৰেই মহিমা সৰ্ব্বদায় হওক। আমেন।”—ৰোম. ১১:৩৩-৩৬.

অক্টোবৰ ৩০–নবেম্বৰ ৫

ঈশ্বৰৰ বাক্যৰ পৰা অমূল্য জ্ঞান | ইয়োব ১১-১২

“বুদ্ধি লাভ কৰাৰ তিনিটা উপায়”

w০৯ ৪/১৫ ৬-৭ ¶১৭

अय्यूब ने यहोवा का नाम रौशन किया

17 किस बात ने अय्यूब को अपनी खराई पर बने रहने में मदद दी? अय्यूब ने विपत्ति आने से पहले ही यहोवा के साथ एक करीबी रिश्‍ता बना लिया था। हम यह पक्के तौर पर नहीं कह सकते कि अय्यूब को उस चुनौती के बारे में पता था या नहीं, जो शैतान ने यहोवा को दी थी। लेकिन हम इतना ज़रूर जानते हैं कि अय्यूब ने ठान लिया था कि वह यहोवा का वफादार बना रहेगा। उसने कहा: “जब तक मेरा प्राण न छूटे तब तक मैं अपनी खराई से न हटूंगा।” (अय्यू. 27:5) अय्यूब ने परमेश्‍वर के साथ इतना करीबी रिश्‍ता कैसे बनाया? वह ज़रूर उन बातों पर ध्यान से सोचता होगा, जो उसने परमेश्‍वर के बारे में सुनी थीं। उसने सुना होगा कि परमेश्‍वर ने उसके दूर के रिश्‍तेदारों, अब्राहम, इसहाक और याकूब के साथ कैसा व्यवहार किया था। इसके अलावा सृष्टि पर गौर करके भी वह यहोवा की कई खूबियों के बारे में जान सका होगा।—अय्यूब 12:7-9, 13, 16 पढ़िए।

w২১.০৬ ১০-১১ ¶১০-১২

আপুনি অকলশৰীয়া নহয়, যিহোৱা লগত আছে

১০ ভাই-ভনীৰ লগত বন্ধুত্ব কৰক। মণ্ডলীৰ এনে ভাই-ভনীসকলৰ লগত বন্ধুত্ব কৰক, যিসকলৰপৰা আপুনি বহুতো কথা শিকিব পাৰে। তেওঁলোক যিয়ে বয়স আৰু সংস্কৃতিৰ নহওক কিয়, আপুনি তেওঁলোকৰ লগত বন্ধুত্ব কৰিব পাৰে। বাইবেলে কৈছে, ‘প্ৰাচীনবিলাকৰ বুদ্ধি থাকে।’ (ইয়ো. ১২:১২) বয়সস্থ লোকসকলেও ডেকা ভাই-ভনীসকলৰপৰা বহুতো কথা শিকিব পাৰে। দায়ূদ আৰু যোনাথনৰ মাজতো বয়সৰ বহুত পাৰ্থক্য আছিল। তথাপি তেওঁলোকৰ বন্ধুত্ব গভীৰ আছিল। (১ চমূ. ১৮:১) বহুতো সমস্যাৰ সত্ত্বেও তেওঁলোকে যিহোৱাৰ সেৱা কৰিবলৈ এজনে-আনজনক সহায় কৰিছিল। (১ চমূ. ২৩:১৬-১৮) সত্যত অকলে থকা ভনী আইৰিণে এইদৰে কৈছে, “মণ্ডলীৰ ভাই-ভনীসকল আমাৰ আধ্যাত্মিক পিতৃ-মাতৃ আৰু ভাই-ভনী হয়। যিহোৱাই তেওঁলোকৰ যোগেদি আমাৰ প্ৰয়োজনীয়তা পূৰ কৰিব পাৰে।”

১১ বিশেষকৈ লাজুকীয়া স্বভাৱৰ হʼলে নতুন বন্ধু বিচৰাটো সহজ নহয়। ৰত্না নামৰ ভনীগৰাকী লাজুকীয়া স্বভাৱৰ আছিল আৰু বিৰোধৰ সত্ত্বেও তাই সত্য শিকিছিল। তাই এইদৰে কৈছে, “মোৰ অনুভৱ হৈছিল যে মোৰ মণ্ডলীৰ ভাই-ভনীসকলৰ সহায়ৰ প্ৰয়োজন আছে।” এয়া সঁচা যে নিজৰ মনৰ কথা আনক জনোৱাটো সহজ নহয়। কিন্তু এইদৰে কৰিলেহে আমি ভাল বন্ধু বিচাৰি পাম। মণ্ডলীৰ ভাই-ভনীসকলে আমাক সহায় আৰু উৎসাহিত কৰিব বিচাৰে। কিন্তু আমি নিজৰ সমস্যাৰ বিষয়ে জনালেহে তেওঁলোকে আমাক সহায় কৰিব পাৰিব।

১২ ভাল বন্ধুত্ব গঢ়ি তোলাৰ আটাইতকৈ ভাল উপায় হৈছে প্ৰচাৰ কামত ভাগ লোৱা। ওপৰত উল্লেখ কৰা ভনী কেৰলে এইদৰে কৈছে, “মই বেলেগ বেলেগ ভনীৰ লগত প্ৰচাৰ কৰিছিলোঁ আৰু যিহোৱাৰ সেৱাত বিভিন্ন কাম কৰিছিলোঁ। এইদৰে কৰাৰ বাবে মই বহুতো বন্ধুত্ব গঢ়ি তুলিব পাৰিলোঁ। যিহোৱাই এই ভনীসকলৰ যোগেদি মোৰ সহায় কৰি আছিল।” ভাই-ভনীসকলৰ লগত বন্ধুত্ব গঢ়ি তুলিলে আমাৰ বহুতো লাভ হয়। কিয়নো যেতিয়া আমি নিৰাশ হওঁ আৰু অকলশৰীয়া অনুভৱ কৰোঁ, তেতিয়া যিহোৱাই এই ভাই-ভনীসকলৰ যোগেদি আমাক উৎসাহিত কৰে।—হিতো. ১৭:১৭.

it-২ ১১৯০ ¶২

बुद्धि

परमेश्‍वर की बुद्धि: बाइबल में लिखा है कि यहोवा ही “एकमात्र बुद्धिमान परमेश्‍वर” है। (रोम 16:27; प्रक 7:12) इससे पता चलता है कि उसके जैसा बुद्धिमान और कोई नहीं। ज्ञान का मतलब है, किसी चीज़ की जानकारी होना। यहोवा हमारा सृष्टिकर्ता है और वह “हमेशा से परमेश्‍वर रहा है और हमेशा रहेगा।” (भज 90:1, 2) इसलिए उसे सब चीज़ों का ज्ञान है। वह विश्‍व और उसके इतिहास के बारे में सबकुछ जानता है। उसी ने कुदरत के सारे नियम और चक्र बनाए हैं, जो खोजबीन करने और नयी-नयी चीज़ें ईजाद करने के लिए ज़रूरी हैं। इनसे भी बढ़कर यहोवा ने हमें नैतिक नियम दिए हैं, जो सही फैसले लेने और एक अच्छी ज़िंदगी जीने के लिए ज़रूरी हैं। (व्य 32:4-6) जितनी समझ उसके पास है उतनी किसी और के पास नहीं है। (यश 40:13, 14) हालाँकि यहोवा ऐसी कुछ चीज़ें होने दे जो उसके नैतिक स्तरों के मुताबिक न हों और वे कुछ समय के लिए बढ़ती भी रहें, पर वह हमेशा के लिए उन्हें ऐसा नहीं रहने देगा। आखिरकार वही होगा जो उसने ठाना है। वह अपने मकसद को “ज़रूर अंजाम” देगा।—यश 55:8-11; 46:9-11.

আধ্যাত্মিক ৰত্ন বিচাৰক

w০৮ ১০/১ ১৯ ¶৫

কিশোৰ-কিশোৰীসকলৰ লগত কথা-বতৰা

▪ ‘মই শব্দৰ পিছত লুকাই থকা অৰ্থ বুজি পাওঁনে?’ ইয়োব ১২:১১ পদত এইদৰে লিখা আছে, “জিবাই যেনেকৈ আহাৰৰ আস্বাদ লয়, তেনেকৈ কাণে জানো কথাৰ পৰীক্ষা নকৰে?” এতিয়া আগতকৈ বেছি আপুনি নিজৰ লʼৰা বা ছোৱলীয়ে কোৱা কথাবোৰ “পৰীক্ষা” কৰি চোৱাৰ প্ৰয়োজন আছে। কিশোৰ-কিশোৰীসকলে প্ৰায়ে এনেদৰে কথা পাতে যেন তেওঁলোকে যি কৈছে, সেয়া একেবাৰে সঠিক হয়। উদাহৰণস্বৰূপে, আপোনাৰ লʼৰা বা ছোৱালীয়ে এইদৰে কʼব পাৰে, “আপুনি মোৰ লগত সদায় এনেদৰে কথা পাতে যেন মই এতিয়াও সৰু হৈ আছোঁ।” অথবা “আপুনি মোৰ কথা কেতিয়াও নুশুনে।” “সদায়” বা “কেতিয়াও নুশুনে” এনেধৰণৰ শব্দবোৰৰ প্ৰতি ধ্যান দিয়াৰ পৰিৱৰ্তে আপুনি তাৰ পিছত লুকাই থকা ভাবনা বুজিবলৈ চেষ্টা কৰক। উদাহৰণস্বৰূপে, যেতিয়া আপোনাৰ সন্তানে কয় যে “আপুনি মোৰ লগত সদায় এনেদৰে কথা পাতে যেন মই এতিয়াও সৰু হৈ আছোঁ,” তেতিয়া তেওঁ হয়তো কʼব বিচাৰে যে “মই ভাবোঁ আপুনি মোৰ ওপৰত ভৰসা নকৰে।” যেতিয়া তেওঁ কয় যে “আপুনি মোৰ কথা কেতিয়াও নুশুনে,” তেতিয়া তেওঁ হয়তো কʼব বিচাৰে যে “মই আপোনাক কʼব বিচাৰোঁ যে মোক কেনে লাগিছে।” শব্দৰ পিছত লুকাই থকা অৰ্থ বুজিবলৈ চেষ্টা কৰক।

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