11 मगर फिर पूरे मिस्र और कनान देश पर एक बड़ी मुसीबत टूट पड़ी, वहाँ अकाल पड़ा और हमारे पुरखों को कहीं भी खाने की चीज़ें नहीं मिल पा रही थीं।+ 12 मगर जब याकूब ने सुना कि मिस्र में खाने-पीने की चीज़ें हैं, तो उसने अपने बेटों यानी हमारे पुरखों को पहली बार वहाँ भेजा।+