-
नीतिवचन 8:30पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
-
-
30 तब मैं एक कुशल कारीगर की तरह उसके साथ थी।+
उसे हर दिन मुझसे बहुत खुशी मिलती थी+
और मैं हर वक्त उसके सामने मगन रहती थी।+
-
30 तब मैं एक कुशल कारीगर की तरह उसके साथ थी।+
उसे हर दिन मुझसे बहुत खुशी मिलती थी+
और मैं हर वक्त उसके सामने मगन रहती थी।+