9 यहोवा के स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू अपनी मालकिन के पास लौट जा और नम्र होकर उसके अधीन रह।” 10 यहोवा के स्वर्गदूत ने उससे यह भी कहा, “मैं तेरे वंश* को इतना बढ़ाऊँगा कि कोई उसकी गिनती नहीं कर पाएगा।”+
20 रही बात इश्माएल की, उसके बारे में मैंने तेरी बिनती सुनी है। मैं उसे आशीष दूँगा। वह बहुत फूलेगा-फलेगा और उसकी बहुत-सी संतान होंगी। उससे 12 प्रधान निकलेंगे और मैं उसे एक बड़ा राष्ट्र बनाऊँगा।+