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उत्पत्ति 25:32-34पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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32 एसाव ने कहा, “जब मेरी जान ही निकली जा रही है, तो मैं पहलौठे का अधिकार रखकर क्या करूँगा?” 33 याकूब ने कहा, “नहीं, पहले तू शपथ खा!” तब एसाव ने शपथ खायी और अपना पहलौठे का अधिकार याकूब को बेच दिया।+ 34 इसके बाद याकूब ने एसाव को दाल और रोटी दी और वह खा-पीकर अपनी राह चलता बना। इस तरह एसाव ने अपने पहलौठे के अधिकार को तुच्छ जाना।
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