41 इसके बाद से एसाव अपने मन में याकूब के लिए नफरत पालने लगा, क्योंकि याकूब ने पिता से आशीर्वाद ले लिया था।+ एसाव खुद से कहता था, “बस कुछ ही समय की बात है, मेरे पिता की मौत हो जाएगी,*+ फिर मैं अपने भाई याकूब को जान से मार डालूँगा।”
11 अब मैं तुझसे बिनती करता हूँ कि मुझे मेरे भाई एसाव से बचा ले+ क्योंकि मुझे डर है कि वह आकर मुझ पर हमला कर देगा+ और इन माँओं और इनके बच्चों को भी नहीं बख्शेगा।