6 पूरे मिस्र देश पर यूसुफ का अधिकार था+ और वही अलग-अलग देश से आनेवाले लोगों को अनाज बेचता था।+ इसलिए यूसुफ के भाई उसके पास आए और उन्होंने मुँह के बल गिरकर उसे प्रणाम किया।+
9 फिर तभी यूसुफ को वे सपने याद आए जो उसने अपने भाइयों के बारे में देखे थे।+ उसने उनसे कहा, “तुम लोग जासूस हो! तुम हमारे देश की कमज़ोरियों का पता लगाने आए हो!”