21 फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “मैंने तुझे जितने भी चमत्कार करने की शक्ति दी है, तू मिस्र लौटने पर फिरौन के सामने वे सारे चमत्कार ज़रूर करना।+ फिर भी फिरौन मेरे लोगों को जाने नहीं देगा,+ क्योंकि मैं उसके दिल को कठोर होने दूँगा।+
31 यहोवा ने मूसा की फरियाद सुनी। तब फिरौन और उसके सेवकों और लोगों के पास से खून चूसनेवाली मक्खियाँ दूर हो गयीं। एक भी मक्खी नहीं रही। 32 मगर फिरौन ने एक बार फिर अपना दिल कठोर कर लिया और इसराएलियों को नहीं भेजा।
17 देख, मैंने मिस्रियों के दिल को कठोर होने दिया है ताकि वे इसराएलियों के पीछे-पीछे सागर के बीच आ जाएँ। तब मैं फिरौन और उसकी पूरी सेना को, उसके युद्ध-रथों और घुड़सवारों को बुरी तरह हरा दूँगा जिससे मेरी महिमा हो।+