21 मूसा ने अब अपना हाथ सागर पर बढ़ाया+ और यहोवा ने सारी रात पूरब से तेज़ हवा चलायी जिससे सागर का पानी दो हिस्सों में बँट गया+ और बीच में सूखी ज़मीन दिखायी देने लगी।+
28 फिरौन की पूरी सेना पर, उसके युद्ध-रथों और घुड़सवारों पर, जो इसराएलियों का पीछा करते हुए सागर के बीच घुसे थे, पानी पलटकर आ गिरा और वे सब-के-सब डूब मरे।+ एक भी ज़िंदा नहीं बचा।+