30 आखिर में उन्होंने शुद्ध सोने की एक चमचमाती पट्टी बनायी जो समर्पण की पवित्र निशानी है* और उस पर ये शब्द खोदकर लिखे: “यहोवा पवित्र है।” ये शब्द उन्होंने उसी तरह खुदवाए जैसे मुहर पर खुदाई की जाती है।+
9 इसके बाद उसने हारून के सिर पर पगड़ी रखी+ और पगड़ी के सामने सोने की चमचमाती पट्टी बाँधी जो समर्पण की पवित्र निशानी है।*+ मूसा ने यह सब ठीक वैसे ही किया जैसे यहोवा ने उसे आज्ञा दी थी।