27 “मगर सातवें महीने का दसवाँ दिन प्रायश्चित का दिन होगा।+ इस दिन तुम एक पवित्र सभा रखना और अपने पापों के लिए दुख ज़ाहिर करना*+ और यहोवा के लिए एक चढ़ावा आग में जलाकर अर्पित करना।
7 मगर दूसरे भाग में सिर्फ महायाजक जाता था और वह भी साल में सिर्फ एक बार।+ लेकिन वह उस खून के बिना नहीं जाता था,+ जो वह खुद अपने पापों के लिए+ और लोगों के अनजाने में किए पापों के लिए चढ़ाता था।+