31 तू उस मेढ़े का गोश्त लेना जो याजकपद सौंपने के मौके पर चढ़ाया जाता है और उसे एक पवित्र जगह पर उबालना।+32 हारून और उसके बेटे भेंट के तंबू के द्वार पर मेढ़े का गोश्त और टोकरी में रखी रोटियाँ खाएँगे।+
13 क्या तुम नहीं जानते कि जो आदमी मंदिर में पवित्र सेवा से जुड़े काम करते हैं, वे मंदिर से मिली चीज़ें खाते हैं? और जो वेदी के पास सेवा में लगे रहते हैं वे वेदी के साथ बलिदान का हिस्सा पाते हैं?+