7 मगर दूसरे भाग में सिर्फ महायाजक जाता था और वह भी साल में सिर्फ एक बार।+ लेकिन वह उस खून के बिना नहीं जाता था,+ जो वह खुद अपने पापों के लिए+ और लोगों के अनजाने में किए पापों के लिए चढ़ाता था।+
19 तो भाइयो, हमें यीशु के खून के ज़रिए उस राह पर चलने की हिम्मत मिली* है जो पवित्र जगह ले जाती है।+20 उसने यह नयी और जीवित राह खोली* है जो परदे को पार करके जाती है+ और यह परदा उसका शरीर है।