15 मूसा ने अपने ससुर से कहा, “लोग परमेश्वर की मरज़ी जानने मेरे पास आते हैं। 16 जब दो लोगों के बीच कोई मसला उठता है तो वे उसे मेरे पास लाते हैं और मुझे उन दोनों के बीच न्याय करना होता है। मैं उन्हें सच्चे परमेश्वर के फैसले और कायदे-कानून बताता हूँ।”+