47 और वहाँ जाने के बाद जब उन्हें अपनी गलती का एहसास हो+ और वे बँधुआई के देश में रहते तेरे पास लौट आएँ+ और तुझसे रहम की भीख माँगें+ और कहें, ‘हमने पाप किया है, हमने गुनाह किया है, दुष्टता का काम किया है’+
20 जो तलवार से बच गए थे उन्हें वह बंदी बनाकर बैबिलोन ले गया+ और वे तब तक उसके और उसके बेटों के गुलाम बने रहे+ जब तक कि फारस के राज्य* का राज शुरू न हुआ।+