2 तब उसने एक ज़रूरतमंद विधवा को दो पैसे डालते देखा जिनकी कीमत न के बराबर थी+ 3 और कहा, “मैं तुमसे सच कहता हूँ, इस गरीब विधवा ने उन सबसे ज़्यादा डाला है।+ 4 इसलिए कि उन सबने अपनी बहुतायत में से डाला, मगर इस औरत ने अपनी तंगी में से, जो कुछ उसके जीने का सहारा था वह सबकुछ डाल दिया।”+