21 “तुम दोनों इन लोगों की टोली से हटकर दूर चले जाओ। मैं इन सबको एक ही पल में नाश करने जा रहा हूँ।”+ 22 यह सुनते ही मूसा और हारून ने मुँह के बल ज़मीन पर गिरकर परमेश्वर से बिनती की, “हे परमेश्वर, तू जो हर किसी को जीवन देता है,+ क्या तू एक आदमी के पाप की वजह से पूरी मंडली पर भड़क उठेगा?”+