15 तुम इस बात का ध्यान रखना कि तुम उस देश के निवासियों के साथ कोई करार नहीं करोगे, क्योंकि जब वे अपने देवताओं को पूजते हैं* और उनके आगे बलिदान चढ़ाते हैं+ तो उनमें से कोई तुम्हें ज़रूर बुलाएगा और तुम जाकर उसके बलिदान में से खाने लगोगे।+
20 नहीं। बल्कि मैं यह कह रहा हूँ कि दूसरे राष्ट्र जो बलि चढ़ाते हैं वे परमेश्वर के लिए नहीं बल्कि दुष्ट स्वर्गदूतों के लिए बलि चढ़ाते हैं+ और मैं नहीं चाहता कि तुम दुष्ट स्वर्गदूतों के साथ हिस्सेदार बनो।+