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  • निर्गमन 6:24
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 24 कोरह के बेटे थे अस्सीर, एलकाना और अबीआसाप।+ इनसे कोरह के वंशजों के कुल चले।+

  • गिनती 26:58
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 58 ये सभी लेवियों के घराने थे: लिबनियों का घराना,+ हेब्रोनियों का घराना,+ महलियों का घराना,+ मूशियों का घराना+ और कोरहियों का घराना।+

      कहात का बेटा अमराम था।+

  • भजन 42:उपरिलेख-11
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • कोरह+ के वंशजों का मश्‍कील।* निर्देशक के लिए हिदायत।

      42 जैसे एक हिरन पानी के लिए तरसता है,

      वैसे ही हे परमेश्‍वर, मैं तेरे लिए तरसता हूँ।

       2 मेरा मन परमेश्‍वर का, जीवित परमेश्‍वर का प्यासा है।+

      जाने वह दिन कब आएगा जब मैं परमेश्‍वर के सामने जा पाऊँगा।+

       3 दिन-रात मेरे आँसू ही मेरा खाना हैं,

      सारा दिन लोग मुझे ताने मारते हैं: “कहाँ गया तेरा परमेश्‍वर?”+

       4 मैं ये सब याद करता हूँ, अपने दिल की सारी बातें बताता हूँ,*

      वह भी क्या दिन थे जब मैं उमड़ती भीड़ के साथ चलता था,

      उसके आगे-आगे पूरी गंभीरता से* चलता हुआ परमेश्‍वर के भवन की तरफ बढ़ता था,

      हाँ, वह भीड़ जो कदरदानी के गीत गाती हुई,

      जयजयकार करती हुई त्योहार मनाती थी।+

       5 मेरे मन, तू क्यों इतना उदास है?+

      तेरे अंदर यह तूफान क्यों मचा है?

      परमेश्‍वर का इंतज़ार कर,+

      क्योंकि मैं उसकी तारीफ करता रहूँगा

      कि वह मेरा महान उद्धारकर्ता है।+

       6 मेरे परमेश्‍वर, मेरा मन बहुत उदास है।+

      इसीलिए मैं यरदन के इलाके से,

      हेरमोन की चोटियों से,

      मिसार पहाड़* से तुझे याद करता हूँ।+

       7 तेरे झरने की ज़ोरदार झरझर पर

      गहरा सागर गहरे सागर को आवाज़ लगाता है।

      मैं तेरी उफनती लहरों में डूब गया हूँ।+

       8 दिन में यहोवा मुझ पर अटल प्यार ज़ाहिर करेगा,

      रात को उसका गीत मेरे होंठों पर होगा,

      मैं अपने परमेश्‍वर से प्रार्थना करूँगा जो मुझे जीवन देता है।+

       9 मैं परमेश्‍वर से, अपनी बड़ी चट्टान से कहूँगा,

      “तूने मुझे क्यों भुला दिया है?+

      दुश्‍मन के ज़ुल्मों की वजह से मुझे क्यों सारा वक्‍त उदास रहना पड़ता है?”+

      10 दुश्‍मन मेरे खून के प्यासे हैं,* मुझे ताना मारते हैं,

      सारा दिन मुझे ताना मारते हैं, “कहाँ गया तेरा परमेश्‍वर?”+

      11 मेरे मन, तू क्यों इतना उदास है?

      तेरे अंदर यह तूफान क्यों मचा है?

      परमेश्‍वर का इंतज़ार कर,+

      क्योंकि मैं उसकी तारीफ करता रहूँगा

      कि वह मेरा महान उद्धारकर्ता और मेरा परमेश्‍वर है।+

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