24 फिर तुमने मुझसे कहा, ‘आज हमारे परमेश्वर यहोवा ने अपनी महिमा और महानता हम पर प्रकट की है और हमने आग में से उसकी आवाज़ सुनी है।+ आज हम जान गए कि परमेश्वर इंसान से बात कर सकता है और इंसान उसकी आवाज़ सुनने के बाद भी ज़िंदा रह सकता है।+
26 यहोवा से फरियाद करता रहा, ‘हे सारे जहान के मालिक यहोवा, तू अपने लोगों को नाश मत कर। वे तेरी अपनी जागीर* हैं+ जिन्हें तूने अपनी ताकत* से और अपने शक्तिशाली हाथ से मिस्र से बाहर निकाला है।+