25 अगर तुम मेरे लोगों में से किसी गरीब* को, जो तुम्हारे बीच रहता है, पैसे उधार देते हो तो उसके साथ लेनदारों* जैसा सलूक मत करना, उससे ब्याज की माँग मत करना।+
36 तुम ऐसे गरीब भाई से ब्याज मत लेना या उसका फायदा उठाकर मुनाफा मत कमाना।+ तुम अपने परमेश्वर का डर मानना+ ताकि तुम्हारा भाई तुम्हारे बीच ही रहकर अपना गुज़र-बसर कर सके। 37 जब तुम उसे पैसा उधार देते हो तो ब्याज न लेना+ या तुम उसे जो खाना देते हो उससे मुनाफा मत कमाना।