7 तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें जो देश देगा, वहाँ अगर तुम्हारे शहर में कोई इसराएली भाई कंगाल हो जाता है तो तुम उसकी मदद करने से अपना हाथ मत खींच लेना और दिल कठोर न कर लेना।+
10 जब वह तुझसे माँगे तो उसे दिल खोलकर देना+ और मन में कुड़कुड़ाना मत। तभी तेरा परमेश्वर यहोवा तेरी मेहनत पर आशीष देगा और तू जो भी काम हाथ में लेगा उसमें तुझे कामयाबी देगा।+
38 दिया करो और लोग तुम्हें भी देंगे।+ वे तुम्हारी झोली में नाप भर-भरकर, दबा-दबाकर, अच्छी तरह हिला-हिलाकर और ऊपर तक भरकर डालेंगे। इसलिए कि जिस नाप से तुम नापते हो, बदले में वे भी उसी नाप से तुम्हारे लिए नापेंगे।”
17 लेकिन अगर किसी के पास गुज़र-बसर के लिए सबकुछ है और वह देखे कि उसका भाई तंगी में है, फिर भी उस पर दया करने से इनकार कर देता है, तो यह कैसे कहा जा सकता है कि वह परमेश्वर से प्यार करता है?+