15 लेकिन अगर तुम अपने परमेश्वर यहोवा की सभी आज्ञाओं और विधियों को सख्ती से नहीं मानोगे जो आज मैं तुम्हें सुना रहा हूँ और इस तरह उसकी बात नहीं सुनोगे, तो ये सारे शाप तुम पर आ पड़ेंगे:+
10 जितने भी कानून में बताए कामों पर भरोसा करते हैं, वे शाप के अधीन हैं क्योंकि लिखा है, “जो कोई कानून की किताब में लिखी सब बातों को नहीं मानता, वह शापित है।”+