14 इस पर उन आदमियों ने राहाब से कहा, “अगर हम अपना वादा पूरा न करें, तो तुम्हारी जगह हमारी जान चली जाए! बस तू किसी से यह मत कहना कि हम क्यों आए थे। फिर जब यहोवा हमें यह देश देगा, तो हम तेरे साथ कृपा* और सच्चाई से पेश आएँगे।”
31 विश्वास की वजह से ही राहाब नाम की वेश्या उन लोगों के साथ नाश नहीं हुई जो आज्ञा नहीं मानते थे, क्योंकि उसने जासूसों को शांति से अपने यहाँ ठहराया था।+