26 उसने हाथ बढ़ाकर तंबू की खूँटी ली,
दाएँ हाथ से उसने मज़दूर का हथौड़ा उठाया
और सीसरा को ऐसा मारा कि उसका सिर फट गया,
उसकी कनपटी आर-पार छिद गयी।+
27 वह उसके पैरों पर ही ढेर हो गया,
वह गिरा और फिर उठ न सका,
हाँ, वह उसके पैरों पर ही ढेर हो गया
और उसने वहीं दम तोड़ दिया।