11 इसके बाद, यहोवा का एक स्वर्गदूत ओप्रा में आया+ और जाकर उस बड़े पेड़ के नीचे बैठ गया जो अबीएजेर वंशी+ योआश का था। योआश का बेटा गिदोन+ अंगूर रौंदनेवाले हौद में गेहूँ की बालें पीटकर दाने निकाल रहा था ताकि उन्हें मिद्यानियों से छिपाकर रखे।
24 इसके बाद गिदोन ने वहाँ यहोवा के लिए एक वेदी बनायी। उसने उसका नाम यहोवा-शालोम* रखा,+ जो आज तक इसी नाम से जानी जाती है। यह वेदी आज भी ओप्रा में अबीएजेरियों के इलाके में है।