भजन 115:4, 5 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 4 उनकी मूरतें सोने-चाँदी की बनी हैं,इंसान के हाथ की कारीगरी हैं।+ 5 उनका मुँह तो है पर वे बोल नहीं सकतीं,+आँखें हैं पर देख नहीं सकतीं, यिर्मयाह 16:19 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 19 हे यहोवा, मेरी ताकत और मेरा मज़बूत गढ़,जहाँ मैं मुसीबत के दिन भागकर जाता हूँ,+तेरे पास धरती के कोने-कोने से राष्ट्र आएँगेऔर कहेंगे, “हमारे पुरखों ने विरासत में सिर्फ झूठ पाया,बेकार की चीज़ें पायीं जिनसे कोई फायदा नहीं।”+
4 उनकी मूरतें सोने-चाँदी की बनी हैं,इंसान के हाथ की कारीगरी हैं।+ 5 उनका मुँह तो है पर वे बोल नहीं सकतीं,+आँखें हैं पर देख नहीं सकतीं, यिर्मयाह 16:19 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 19 हे यहोवा, मेरी ताकत और मेरा मज़बूत गढ़,जहाँ मैं मुसीबत के दिन भागकर जाता हूँ,+तेरे पास धरती के कोने-कोने से राष्ट्र आएँगेऔर कहेंगे, “हमारे पुरखों ने विरासत में सिर्फ झूठ पाया,बेकार की चीज़ें पायीं जिनसे कोई फायदा नहीं।”+
19 हे यहोवा, मेरी ताकत और मेरा मज़बूत गढ़,जहाँ मैं मुसीबत के दिन भागकर जाता हूँ,+तेरे पास धरती के कोने-कोने से राष्ट्र आएँगेऔर कहेंगे, “हमारे पुरखों ने विरासत में सिर्फ झूठ पाया,बेकार की चीज़ें पायीं जिनसे कोई फायदा नहीं।”+