30तीसरे दिन जब दाविद और उसके आदमी सिकलग+ लौटे, तब तक अमालेकियों+ ने दक्षिण के इलाके* पर और सिकलग पर हमला करके उन्हें लूट लिया और सिकलग को आग से फूँक दिया था।
12जब दाविद सिकलग में था+ और कीश के बेटे शाऊल की वजह से खुलेआम घूम नहीं पा रहा था,+ तब ये आदमी उसके पास आए। वे उन वीर योद्धाओं में से थे जिन्होंने युद्ध में उसका साथ दिया था।+
20 जब दाविद सिकलग गया था,+ तो मनश्शे गोत्र से जो लोग उससे जा मिले वे ये थे: अदनाह, योजाबाद, यदीएल, मीकाएल, योजाबाद, एलीहू और सिल्लतै। वे मनश्शे की सेना में हज़ारों+ के मुखिया थे।