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यिर्मयाह 33:22पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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22 जैसे यह बात पक्की है कि आकाश की सेना नहीं गिनी जा सकती और समुंदर की रेत तौली नहीं जा सकती, वैसे ही यह बात पक्की है कि मैं अपने सेवक दाविद के वंश की और मेरी सेवा करनेवाले लेवियों की गिनती बढ़ाऊँगा।’”
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