4 फिर दाविद ने उस औरत को लाने के लिए अपने दूत भेजे।+ जब वह औरत आयी तो दाविद ने उसके साथ संबंध रखे।+ (उस वक्त वह औरत अपनी अशुद्धता* दूर करने के लिए खुद को शुद्ध कर रही थी।)+ इसके बाद वह अपने घर लौट गयी।
15 दाविद ने चिट्ठी में यह लिखा था: “उरियाह को युद्ध में सबसे आगे की कतार में रखना जहाँ घमासान लड़ाई हो रही हो। फिर तुम सब पीछे हट जाना ताकि दुश्मन उस पर हमला करके उसे मार डालें।”+