7 दाविद ने उससे कहा, “घबरा मत। मैं तेरे पिता योनातान की खातिर ज़रूर तेरे साथ कृपा* से पेश आऊँगा।+ मैं तेरे दादा शाऊल की सारी ज़मीन तुझे लौटा दूँगा और तू सदा मेरी मेज़ पर खाया करेगा।”+
2 तब दाविद ने कहा, “हानून का पिता नाहाश जिस तरह मेरे साथ कृपा* से पेश आया था, उसी तरह मैं भी हानून के साथ पेश आऊँगा।” इसलिए दाविद ने हानून को दिलासा देने के लिए उसके पास अपने सेवक भेजे। मगर जब दाविद के सेवक अम्मोनियों के देश गए