32याकूब अपने सफर में आगे बढ़ता गया और रास्ते में उसे परमेश्वर के स्वर्गदूत मिले। 2 जैसे ही याकूब ने उन्हें देखा, उसने कहा, “यह परमेश्वर की छावनी है!” इसलिए उसने उस जगह का नाम महनैम* रखा।
29 फिर मूसा ने मनश्शे के आधे गोत्र के घरानों को उनके हिस्से की ज़मीन दी ताकि यह उनकी विरासत ठहरे।+30 उनका इलाका महनैम+ से लेकर पूरे बाशान यानी बाशान के राजा ओग के पूरे इलाके तक फैला था। उन्हें बाशान में याईर के सब कसबे,+ 60 नगर दिए गए।