2 यहोवा मेरे लिए बड़ी चट्टान और मज़बूत गढ़ है, वही मेरा छुड़ानेवाला है।+
मेरा परमेश्वर मेरी चट्टान है+ जिसकी मैं पनाह लेता हूँ,
वह मेरी ढाल और मेरा उद्धार का सींग है, मेरा ऊँचा गढ़ है।+
3 मैं यहोवा को पुकारता हूँ जो तारीफ के काबिल है
और मुझे दुश्मनों से बचाया जाएगा।+