13 फिर स्वर्ग में यहोवा गरजने लगा,+
परम-प्रधान ने अपनी बुलंद आवाज़ सुनायी,+
तब ओले और धधकते अंगारे बरसने लगे।
14 उसने तीर चलाकर उन्हें तितर-बितर कर दिया,+
बिजली गिराकर उनमें खलबली मचा दी।+
15 हे यहोवा, जब तूने डाँट लगायी और तेरे नथनों से फुंकार निकली,
तो नदियों के तल नज़र आने लगे,+
धरती की बुनियाद तक दिखने लगी।+
16 उसने ऊपर से हाथ बढ़ाकर मुझे थाम लिया,
गहरे पानी से खींचकर बाहर निकाल लिया।+