3 मंदिर* के पवित्र भाग के सामने जो बरामदा+ था उसकी लंबाई * 20 हाथ थी यानी भवन की चौड़ाई के बराबर। भवन के सामने से अगर बरामदे की चौड़ाई नापी जाए तो वह दस हाथ थी।
48 फिर वह मुझे मंदिर के बरामदे में ले आया+ और उसने बरामदे के दोनों खंभे नापे जो उसके प्रवेश में दायीं और बायीं तरफ थे। हर खंभा पाँच हाथ लंबा और तीन हाथ चौड़ा था।