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2 इतिहास 18:12-16पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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12 मीकायाह को बुलाने के लिए जो दूत गया था, उसने मीकायाह से कहा, “देख, सारे भविष्यवक्ता राजा को एक ही बात बता रहे हैं। वे उसे अच्छी बातों की भविष्यवाणी सुना रहे हैं। इसलिए मेहरबानी करके तू भी उनकी तरह कोई अच्छी बात सुना।”+ 13 मगर मीकायाह ने कहा, “यहोवा के जीवन की शपथ, मैं वही बात बताऊँगा जो मेरा परमेश्वर मुझे बताएगा।”+ 14 फिर मीकायाह राजा के पास आया और राजा ने उससे पूछा, “मीकायाह, तू क्या कहता है, हम रामोत-गिलाद पर हमला करें या न करें?” उसने फौरन जवाब दिया, “जा, तू रामोत-गिलाद पर हमला कर। तू ज़रूर कामयाब होगा, वे तुम्हारे हाथ में कर दिए जाएँगे।” 15 राजा ने उससे कहा, “मैं तुझे कितनी बार शपथ धराकर कहूँ कि तू यहोवा के नाम से मुझे सिर्फ सच बताएगा?” 16 तब मीकायाह ने कहा, “मैं देख रहा हूँ कि सारे इसराएली पहाड़ों पर तितर-बितर हो गए हैं, उन भेड़ों की तरह जिनका कोई चरवाहा नहीं होता।+ यहोवा कहता है, ‘इनका कोई मालिक नहीं है। इनमें से हर कोई शांति से अपने घर लौट जाए।’”
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