3 उसने वे ऊँची जगह फिर से बनवा दीं जो उसके पिता हिजकियाह ने ढा दी थीं।+ उसने बाल के लिए वेदियाँ खड़ी करवायीं और एक पूजा-लाठ* बनवायी,+ ठीक जैसे इसराएल के राजा अहाब ने किया था।+ मनश्शे आकाश की सारी सेना के आगे दंडवत करता था और उसकी पूजा करता था।+
6 उसने अपने बेटे को आग में होम कर दिया। वह जादू करता था और शकुन विचारता था+ और उसने देश में मरे हुओं से संपर्क करने का दावा करनेवालों और भविष्य बतानेवालों को ठहराया था।+ उसने ऐसे काम करने में सारी हदें पार कर दीं जो यहोवा की नज़र में बुरे थे और उसका क्रोध भड़काया।
28आहाज+ जब राजा बना तब वह 20 साल का था और उसने यरूशलेम में रहकर 16 साल राज किया। उसने ऐसे काम नहीं किए जो यहोवा की नज़र में सही थे, जैसे उसके पुरखे दाविद ने किए थे।+
3 और उसने ‘हिन्नोम के वंशजों की घाटी’* में बलिदान चढ़ाए ताकि उनका धुआँ उठे और आग में अपने बेटों को होम कर दिया।+ इस तरह उसने उन राष्ट्रों के जैसे घिनौने काम किए,+ जिन्हें यहोवा ने इसराएलियों के सामने से खदेड़ दिया था।