14 इसलिए हेब्रोन आज तक कनिज्जी यपुन्ने के बेटे कालेब की विरासत है क्योंकि उसने पूरे दिल से इसराएल के परमेश्वर यहोवा की बात मानी।+15 हेब्रोन का नाम पहले किरयत-अरबा था+ (अरबा, अनाकी लोगों में बहुत बड़ा आदमी था)। इसके बाद युद्ध खत्म हो गया और देश में शांति बनी रही।+
2इसके बाद दाविद ने यहोवा से सलाह की,+ “क्या मैं यहूदा के किसी शहर में जाऊँ?” यहोवा ने कहा, “हाँ, जा।” दाविद ने पूछा, “मैं किस शहर में जाऊँ?” परमेश्वर ने कहा, “तू हेब्रोन जा।”+