11 उज्जियाह की एक मज़बूत सेना भी थी जो हथियारों से लैस थी। उन्हें अलग-अलग दलों में बाँटा गया था और इसी कायदे से वे युद्ध में जाते थे। राज-सचिव+ यीएल और अधिकारी मासेयाह ने उनकी गिनती की और उनका नाम लिखवाया था।+ वे दोनों राजा के एक हाकिम हनन्याह की कमान के नीचे काम करते थे।
16 मगर जैसे ही वह ताकतवर हो गया, उसका मन घमंड से फूल उठा और यह उसकी बरबादी का कारण बन गया। वह धूप की वेदी पर धूप जलाने के लिए यहोवा के मंदिर में घुस गया और ऐसा करके उसने अपने परमेश्वर यहोवा के साथ विश्वासघात किया।+