34 योताम अपने पिता उज्जियाह की तरह यहोवा की नज़र में सही काम करता रहा।+35 मगर उसके राज में ऊँची जगह नहीं मिटायी गयीं और लोग अब भी उन जगहों पर बलिदान चढ़ाते थे ताकि उनका धुआँ उठे।+ योताम ने ही यहोवा के भवन का ऊपरी फाटक बनवाया था।+
3 उज्जियाह+ जब राजा बना तब वह 16 साल का था और उसने यरूशलेम में रहकर 52 साल राज किया। उसकी माँ का नाम यकोल्याह था जो यरूशलेम की रहनेवाली थी।+4 उज्जियाह अपने पिता अमज्याह की तरह यहोवा की नज़र में सही काम करता रहा।+