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यशायाह 57:4, 5पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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4 तुम किसकी हँसी उड़ा रहे हो?
मुँह फाड़कर किसे जीभ दिखा रहे हो?
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4 तुम किसकी हँसी उड़ा रहे हो?
मुँह फाड़कर किसे जीभ दिखा रहे हो?