22 यहूदा के लोगों ने यहोवा की नज़र में बुरे काम किए।+ उन्होंने ऐसे पाप किए कि अपने पुरखों से कहीं ज़्यादा उन्होंने परमेश्वर का क्रोध भड़काया।+23 वे भी हर ऊँची पहाड़ी पर+ और हर घने पेड़ के नीचे अपने लिए ऊँची जगह, पूजा-स्तंभ और पूजा-लाठ बनाते गए।+
35 मगर उसके राज में ऊँची जगह नहीं मिटायी गयीं और लोग अब भी उन जगहों पर बलिदान चढ़ाते थे ताकि उनका धुआँ उठे।+ योताम ने ही यहोवा के भवन का ऊपरी फाटक बनवाया था।+
11 उसने यहूदा के पहाड़ों पर ऊँची जगह भी बनवायीं+ ताकि यरूशलेम के लोगों को परमेश्वर से विश्वासघात* करने के लिए उकसाए। वह यहूदा को बहकाकर परमेश्वर से दूर ले गया।
3 उसने वे ऊँची जगह फिर से बनवा दीं जो उसके पिता हिजकियाह ने ढा दी थीं।+ उसने बाल देवताओं के लिए वेदियाँ खड़ी करवायीं और पूजा-लाठें* बनवायीं। वह आकाश की सारी सेना के आगे दंडवत करता था और उसकी पूजा करता था।+