1 राजा 6:33, 34 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 33 उसने मंदिर* के प्रवेश के लिए भी इसी तरह चीड़ की लकड़ी से फाटक के बाज़ू बनाए जो चौथे हिस्से* के थे। 34 उसने फाटक के दोनों किवाड़ सनोवर की लकड़ी के बनाए। हर किवाड़ के दो पल्ले थे जो चूलों पर मुड़कर दोहरे हो जाते थे।+
33 उसने मंदिर* के प्रवेश के लिए भी इसी तरह चीड़ की लकड़ी से फाटक के बाज़ू बनाए जो चौथे हिस्से* के थे। 34 उसने फाटक के दोनों किवाड़ सनोवर की लकड़ी के बनाए। हर किवाड़ के दो पल्ले थे जो चूलों पर मुड़कर दोहरे हो जाते थे।+