11 “हारून याजक के पोते यानी एलिआज़र के बेटे फिनेहास+ ने इसराएल से मेरा क्रोध दूर किया है, क्योंकि उसे यह हरगिज़ बरदाश्त नहीं हुआ कि लोग मेरे सिवा किसी और की उपासना करें।+ अगर वह ऐसा नहीं करता तो मैं इसराएलियों को मिटा देता, क्योंकि मेरी यह माँग है कि सिर्फ मेरी भक्ति की जाए।+
28 और हारून का पोता और एलिआज़र का बेटा, फिनेहास+ संदूक के सामने सेवा करता* था। इसराएलियों ने पूछा, “क्या हम बिन्यामीन के अपने भाइयों से फिर युद्ध करने जाएँ?”+ यहोवा का जवाब था, “हाँ, जाओ। क्योंकि कल मैं उन्हें तुम्हारे हाथ कर दूँगा।”