6 क्योंकि हमारे पिताओं ने परमेश्वर से विश्वासघात किया और हमारे परमेश्वर यहोवा की नज़रों में बुरा काम किया।+ उन्होंने उसे छोड़ दिया, यहोवा के पवित्र डेरे से मुँह फेर लिया और उसे पीठ दिखायी।+
6 मैंने उससे कहा, “हे मेरे परमेश्वर, मैं इतना शर्मिंदा और लज्जित हूँ कि तुझसे बात करने की मुझमें हिम्मत नहीं। क्योंकि हमारे गुनाह बहुत बढ़ गए हैं और हमारा दोष बढ़ते-बढ़ते आसमान तक पहुँच गया है।+