15 लेकिन मुझसे पहले जितने भी राज्यपाल रहे, उन सबने लोगों का जीना दूभर कर दिया था। वे अपने खाने और दाख-मदिरा के लिए उनसे हर दिन 40 शेकेल चाँदी लेते थे। उनके सेवकों ने भी लोगों के साथ बहुत ज़्यादती की। जबकि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया+ क्योंकि मैं परमेश्वर का डर मानता था।+