126 जब यहोवा सिय्योन के लोगों को इकट्ठा करके बँधुआई से लौटा ले आया,+
तो हमें ऐसा लगा कि हम सपना देख रहे हैं।
2 तब हम खिलखिलाकर हँसने लगे,
खुशी से जयजयकार करने लगे।+
तब राष्ट्रों के लोग एक-दूसरे से कहने लगे,
“यहोवा ने उनकी खातिर बड़े-बड़े काम किए हैं।”+
3 यहोवा ने हमारी खातिर बड़े-बड़े काम किए हैं,+
इसलिए हम खुशी से फूले नहीं समा रहे।